आज की लाइफस्टाइल की देन:: कमर दर्द! रोज़ की आदतों में यह 7 बदलाव अपनाकर दूर रखें परेशानी

आज स्मार्टफोन और लैपटॉप के दौर में कमर दर्द एक “साइलेंट प्रॉब्लम” बन चुका है। घंटों झुककर मोबाइल चलाना, ऑफिस में लंबे समय तक कुर्सी पर बैठे रहना, गलत पोस्चर और बढ़ता वजन—सब मिलकर रीढ़ को कमजोर बनाने लगते हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि सिर्फ कुछ छोटे-छोटे बदलाव रोजमर्रा की दिनचर्या में शामिल करके आप इस दर्द से काफी हद तक बच सकते हैं।
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1. बैठने की आदत सुधारें – पोस्चर ही असली हीरो है
झुककर बैठने से रीढ़ पर अनावश्यक दबाव बढ़ता है।
हमेशा पीठ सीधी रखें और कुर्सी ऐसी हो जो कमर को सपोर्ट दे।
लैपटॉप आंखों की ऊंचाई पर हो तो गर्दन और कमर दोनों सुरक्षित रहती हैं।
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2. हर 30–40 मिनट में ब्रेक लेना ज़रूरी
एक ही जगह लगातार बैठे रहना कमर के लिए सबसे खराब आदत है।
हर आधे घंटे में 1–2 मिनट चलें।
हल्का सा स्ट्रेच भी कमर की जकड़न दूर करता है।
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3. दिन की शुरुआत 5 मिनट की स्ट्रेचिंग से करें
कमर की मांसपेशियों को मजबूत रखने के लिए ये आसान योगासन बेहद कारगर हैं:
कैट-काउ
बालासन
भुजंगासन
धीरे-धीरे और आराम से स्ट्रेच करना जरूरी है।
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4. वजन उठाना सीखें—कमर को झटका न दें
भारी सामान उठाते समय कमर नहीं, घुटनों को मोड़ें।
वजन दोनों हाथों में बराबर बांटें।
अचानक भारी चीज़ उठाने से बचे—अधिकांश चोटें इसी वजह से होती हैं।
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5. सही गद्दा कमर की सेहत में बड़ा रोल निभाता है
बहुत मुलायम गद्दा कमर को नीचे धंसने देता है, जिससे दर्द बढ़ता है।
मीडियम-फर्म गद्दा सबसे बेहतर माना जाता है।
पीठ के बल सोते समय घुटनों के नीचे तकिया रखें।
करवट लेकर सोते समय पैरों के बीच तकिया रखें—रीढ़ पूरी तरह सीधी रहती है।
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6. वजन नियंत्रण में रखें
बढ़ता वजन सीधा कमर पर लोड डालता है।
रोज हल्की वॉक
ज्यादा से ज्यादा एक्टिव रहना
और सीढ़ियां चढ़ने की आदत वजन कम करने में मदद करती है।
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7. हल्की मालिश और गर्म सेक देते हैं जल्दी राहत
तिल या सरसों के तेल से हल्की मालिश मांसपेशियों को आराम देती है।
गर्म सेक से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और दर्द कम होता है।
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साथ ही, ये छोटी आदतें न भूलें
दिनभर पर्याप्त पानी पिएं।
लंबी ड्राइव में ब्रेक लें।
मोबाइल को आंखों की ऊंचाई पर रखें।
पाचन सही रखें—कब्ज भी कमर दर्द बढ़ाता है।
