मोती धारण करने से जुड़े फायदे और मान्यताएं

आपके आसपास कई लोग मोती पहनते दिखाई दे जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में इसे खास स्थान दिया गया है और रत्न ज्योतिष के अनुसार मोती को चंद्रमा का रत्न माना गया है। कहा जाता है कि इसे धारण करने से मानसिक शांति मिलती है और मन को स्थिरता प्राप्त होती है। यह भी माना जाता है कि मोती आत्मविश्वास बढ़ाने और विचारों में स्पष्टता लाने में सहायक माना जाता है। कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि रचनात्मक क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए यह रत्न बेहद लाभदायक हो सकता है।
किन लोगों को माना जाता है लाभ
ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार मोती उन लोगों के लिए शुभ माना जाता है जिनकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर बताया गया हो या जिन्हें मानसिक तनाव अधिक रहता हो। जिन लोगों को गुस्सा जल्दी आता है उनके लिए भी इसे उपयोगी बताया गया है। ज्योतिष शास्त्र में मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वाले जातकों को मोती धारण करने की सलाह दी जाती है।
कैसे करें धारण
रत्न ज्योतिष शास्त्र में मोती को अंगूठी के रूप में पहनना शुभ माना गया है। अंगूठी पहनने से पहले इसे कच्चे दूध या गंगाजल में कुछ समय के लिए रखने की मान्यता है। इसके बाद चंद्र मंत्र ओम श्राम श्रीम श्रौम सः चंद्रमसे नमः का जप किया जाता है। पूजा के बाद मोती की अंगूठी को धारण करने की परंपरा बताई गई है।यह सभी जानकारी पारंपरिक मान्यताओं और ज्योतिषीय आस्था पर आधारित है। इसे अपनाना पूरी तरह व्यक्तिगत विश्वास पर निर्भर करता है।
यह जानकारी **आध्यात्मिक और ज्योतिषीय मान्यताओं** पर आधारित है। इसे **वैज्ञानिक सलाह या चिकित्सकीय सुझाव** नहीं माना जाता। अब आपकी शैली के अनुसार इसे **समाचार शैली में, सरल भाषा और बिना किसी प्रतीकात्मक निशान के** प्रस्तुत किया गया है।
