आंखों से लेकर स्किन के लिए हानिकारक है सूर्य ग्रहण! जानें बचाव के उपाय
भारत में सूर्य ग्रहण को लेकर विभिन्न मान्यताएं हैं। कहते हैं कि सूर्य ग्रहण के समय कुछ भी खाना-पीना नहीं चाहिए। ग्रहण के समय भगवान की पूजा करने से मना किया जाता है। इस साल का आखिरी ग्रहण 2 अक्टूबर को लग रहा है। ग्रहण के समय बाहर नहीं निकलना चाहिए, क्योंकि इस समय ग्रहण की किरणें आपकी सेहत को प्रभावित कर सकती हैं। चलिए आपको बताते हैं सूर्य ग्रहण से बचने के लिए कुछ सेफ्टी टिप्स।
इन तरीकों से सूर्य ग्रहण में रखें खुद को सुरक्षित
1. आंखों पर प्रभाव
सूर्य ग्रहण की किरणों से हमारी आंखों पर प्रभाव पड़ता है। ग्रहण काल में कभी भी सूरज की तरफ सीधा नहीं देखना चाहिए। इससे आंखों के रेटीना डैमेज हो सकते हैं। इससे कुछ लोगों को अपनी आंखों की रोशनी भी जिंदगीभर के लिए खो सकती है। इसलिए सनग्लासेस जरूर पहनें।
2. स्ट्रेस और टेंशन
सूर्य ग्रहण के समय स्ट्रेस और तनाव भी बढ़ने लगता है। कुछ लोगों पर इसकी किरणों का बुरा प्रभाव पड़ता है जिससे शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस होता है और स्ट्रेस बढ़ता है। इससे बचने के लिए ज्यादा सूरज की रोशनी में न निकलें।
3. स्लिप पैटर्न
भले ही ग्रहण कुछ समय के लिए लगा हो, मगर सूर्य ग्रहण की किरणों से कुछ लोगों की नींद भी प्रभावित हो सकती है। खासकर उन लोगों की जिन्हें पहले से ही नींद को लेकर कुछ समस्या है या फिर उन इलाकों के लोगों के साथ जहां सूर्य ग्रहण ज्यादा प्रभावी है। ग्रहण के समय सोने से बचें ताकि स्लीपिंग साइकिल सही रहे।
4. गर्भवती महिलाएं
सूर्य ग्रहण के समय प्रेग्नेंट महिलाओं को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। हालांकि, इसको लेकर पहले से भी कई मिथक भारत में मौजूद हैं लेकिन साइंस में अबतक इस बात का लेकर कोई सबूत नहीं मिला है। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी जाती है ताकि ग्रहण की किरणें उनकी सेहत पर कोई असर न डाल सकें।
5. स्किन
सोलर एक्लिप्स से आपकी त्वचा भी प्रभावित होती है। ग्रहण के समय पड़ने वाली अल्ट्रावॉयलेट रेज से आपकी स्किन पर लाल चकते हो सकते हैं। सूरज की हानिकारक किरणों से सनबर्न की समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए सनस्क्रीन लगाना चाहिए और ढके हुए कपड़े पहनना सही रहेगा।