तेज गुस्से की वजह से खुद का ही होता है नुकसान, जान लें कैसे रहें शांत

तेज गुस्से की वजह से खुद का ही होता है नुकसान, जान लें कैसे रहें शांत
X

इमोशन सिचुएशन के हिसाब से बदलते रहते हैं. कहा जाता है कि चाहे खुशी के हो दुख या फिर गुस्सा इन तीनों ही इमोशन के पीक पर होने के दौरान खुद को संयमित बनाए रखना चाहिए, क्योंकि इस दौरान लोग भावनाओं में बहकर अक्सर गलत फैसले ले लिया करते हैं और खासतौर पर गुस्से के शांत रखना बहुत आवश्यक होता है, क्योंकि गुस्से में इंसान सोचने-समझने की स्थिति में नहीं होता है और वह सही गलत का फैसला नहीं कर पाता है, जिसकी वजह से न सिर्फ दूसरों का बल्कि ज्यादातर इंसान खुद का ही नुकसान कर बैठता है. इसके अलावा सेहत को भी गुस्सा बुरी तरह प्रभावित कर सकता है.

गुस्से को कंट्रोल करना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि इस स्थिति में कोई व्यक्ति क्या नुकसान कर बैठे उसे नहीं पता होता है साथ ही इससे दिल और दिमाग की सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है. वहीं गुस्सा दबाकर भी नहीं रखना चाहिए, बल्कि उस दौरान खुद को शांत करने की कोशिश करनी चाहिए और खुद को मेंटली मजबूत बनाने के उपाय करने चाहिए. तो चलिए जान लेते हैं. गुस्से के दौरान शांत होने के तरीके और खुद को मेंटली मजबूत कैसे बनाएं ताकि इमोशन पीक पर होने के दौरान खुद को संयमित रख पाएं.

गहरी सांसें लें और उस जगह से थोड़ा बाहर निकलें

जब आपको बहुत तेज गुस्सा आ रहा हो तो आराम से गहरी सांसें खींचे और बाहर छोड़े. अगर स्थिति ऐसी है कि आप उस जगह या व्यक्ति को छोड़कर कुछ देर वहां से अलग हो सकते हैं तो यह जरूर करें. इससे आप खुद को आसानी से शांत कर पाएंगे. इस दौरान किसी अच्छी बात, दृश्य को याद करें और सांस-खींचते छोड़ते वक्त उल्टी गिनती गिनें.

टहलें और हल्का संगीत सुनें

किसी भी स्थिति में संगीत थेरेपी की तरह काम करता है और हील करने में सहायक होता है. इसलिए जब आपको गुस्सा आए तो वहां से हट जाएं और हल्के कदमों से चहल-कदमी करें. इस दौरान अपनी मनपसंद का हल्का संगीत सुनें.

डायरी लिखने की आदत डालें

गुस्से से डील करने का अच्छा तरीका है कि आप डायरी लिखने का आदत डालें. दरअसल कई बार हम गुस्से या फिर किसी भी बात को लेकर अंदर से परेशान हो जाते हैं, ऐसे में आप लिखने से अपने भावों को जाहिर कर पाते हैं और इससे स्ट्रेस कम होता है. डायरी लिखने के कई और फायदे भी होते हैं, जैसे भाषा की पकड़ अच्छी होना, चीजों पर बेहतर तरीके से फोकस कर पाना, लक्ष्य प्राप्ति के लिए मेंटली मजबूती मिलना. अपने एक्सपीरियंस को याद रख पाना और ये सारी चीजें आपको धीरे-धीरे मजबूत बना पाती हैं, जिससे आप देखेंगे कि पहले से आप काफी कम गुस्सा कर रहे हैं.

मेडिटेशन-प्राणायाम

जिन लोगों को बात-बात पर गुस्सा आता हो उन्हें डेली रूटीन में कुछ देर एकांत जगह पर मेडिटेशन करना चाहिए. इसके अलावा रोजाना प्राणायाम करें. ये दो चीजें करने से गुस्सा शांत रहेगा और मेंटल हेल्थ सुधरेगी साथ ही फिजिकल हेल्थ भी अच्छी होगी.

किताबें पढ़ने की आदत डालें

अलग-अलग तरह की किताबें हमारे ज्ञान में वृद्धि करती हैं और धीरे-धीरे आप खुद को संयमित भी करना सीख जाते हैं. गुस्से को शांत रखने का सबसे बढ़िया तरीका है कि आप किताबों से दोस्ती कर लें. इससे आप खुद को काफी हद तक बदल सकते हैं.

Next Story