सर्दियों में इन बीमारियों का खतरा बढ़ा, डॉक्टर से जानें बचाव के आसान उपाय

सर्दियों में इन बीमारियों का खतरा बढ़ा, डॉक्टर से जानें बचाव के आसान उपाय
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तपती गर्मी के बाद अब गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है। दिन में हल्की धूप और रात में बढ़ती ठंडक के बीच तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है।मंगलवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री और न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रात का तापमान घटने के साथ ही लोगों को सर्दी का अहसास होने लगा है। हालांकि, मौसम की यह करवट कई लोगों की सेहत पर भारी पड़ रही है।डॉक्टरों के मुताबिक, मौसम बदलने के साथ खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। संक्रमण फैलने के कारण क्लीनिक और अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ी है।

विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि इस मौसम में लापरवाही न बरतें, वरना मामूली सर्दी गंभीर बीमारियों का रूप ले सकती है।

बदलते मौसम में बढ़ी बीमारियां

डॉक्टरों का कहना है कि अस्थमा और हृदय रोगियों को इस मौसम में विशेष सावधानी रखनी चाहिए। ठंडी हवाओं के कारण रक्त वाहिनियां सिकुड़ जाती हैं, जिससे हृदय तक रक्त का प्रवाह कम हो जाता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

अस्थमा मरीज अपनी दवाएं हमेशा साथ रखें।

बच्चों को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े पहनाएं।

सर्दी-जुकाम या बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।

बच्चों और बुजुर्गों पर मौसम का असर अधिक

डॉक्टरों के अनुसार, बच्चों का शरीर मौसम में बदलाव को जल्दी स्वीकार नहीं कर पाता, इसलिए वे जल्दी बीमार पड़ सकते हैं। वहीं, बुजुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को भी संक्रमण जल्दी होता है। सर्दी में खांसी, जुकाम, निमोनिया, उल्टी, दस्त और वायरल इंफेक्शन जैसी समस्याएं आम हैं।

त्वचा की देखभाल भी जरूरी

सर्दी शुरू होते ही शरीर से पसीना आना बंद हो जाता है, जिससे त्वचा में खिंचाव और फटने की समस्या बढ़ जाती है। ब्यूटी एक्सपर्ट्स की मानें तो सर्दी में हल्के साबुन का इस्तेमाल करें। नहाने के बाद मॉइश्चराइज़र लगाना न भूलें। इसके अलावा, ज्यादा कास्टिक वाले साबुन से बचें।

डॉक्टरों की सलाह

डॉ. आर.के. मिश्रा, सिविल सर्जन भिंड के अनुसार, मौसम में बदलाव के कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। लोगों को चाहिए कि वे बासी खाना न खाएं, साफ-सफाई का ध्यान रखें और पानी हमेशा उबालकर पिएं। सावधानी ही इस मौसम में सबसे बड़ा बचाव है।

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