जून में बर्फ ही बर्फ...सूरज करता है पहाड़ों का श्रृंगार

जून की चिलचिलाती, उमस भरी गर्मी में अगर आपको चारों तरफ बस बर्फ ही बर्फ नजर आए तो नजारें जन्नत से कम नहीं होंगे. हम जिस जगह की बात कर रहे हैं, वो भले ही बहुत ज्यादा ऊंचाई पर है, लेकिन ये ऊंचाई पहुंच में है. इसके लिए पर्वतारोहण का अनुभव और कौशल भी जरूरी नहीं है, क्योंकि तकनीक ने सब कुछ आसान कर दिया है. हम जिस जगह की बात कर रहे हैं वो माउंट टिटलिस है. स्विस आल्प्स श्रृंखला की चोटी जो साल भर बर्फ से ढकी रहती है. मैदानों पर जून की बला की गर्मी पड़ रही है और यहां बर्फ की धवल चादर सतह से शिखर तक तनी है. बर्फीली हवा के झोंके हैं और गलन भी है, लेकिन सिर चढ़े सूरज ने नकेल कसी है, अनुपम छटा..अद्भुत सुंदरता, सब बेहद खुशगवार. सैलानी इसी सुख के लिए तो यहां पहुंचते हैं.
यहां की खूबसूरती आंखों में बसाने और सांसों में भरने के लिए बड़ी संख्या में टूरिस्ट यहां पहुंचते हैं. ठंडक से निपटने के लिए गर्म कपड़ों में उनकी तैयारी है, लेकिन यहां उत्साह – उल्लास की गर्मी ठंडक पर भारी है. अगर आप भी प्रकृति प्रेमी हैं और मैदानों की गर्मी से हाल बेहाल हो गया है और हिल स्टेशन की तलाश में हैं तो इस जगह के बारे में विस्तार के साथ जानते ही बैग पैक करके निकल पड़ेंगे ट्रिप पर.
जमकर करें बर्फ में मस्ती
स्विट्जरलैंड के माउंट टिटलिस की खूबसूरत वादियों में सैलानी जमकर मस्ती कर रहे हैं. मुट्ठियों में ज्यादा से ज्यादा बर्फ़ समेट एक-दूसरे पर उछाली जा रही है. तरह – तरह के खेल, नाचते – थिरकते और खिलखिलाते लोग, बच्चों का उत्साह तो चरम पर है, उन्हें तो इस बर्फ़ में लोट लगाने में भी दिक्कत नहीं. प्रकृति उदार है तो स्विट्जरलैंड भी कृतघ्न नहीं है. इस उपहार को उसने भरपूर संजोया है. इसका कारोबारी पहलू भी है.
यहं पहुंचना नहीं है मेहनत भरा काम
सैलानी यहां आमदनी का जरिया भी हैं. यह सिलसिला कायम रहे इसके लिए जरूरी है कि उन्हें पास बुलाने के लिए प्रकृति की देन को और संवारा जाए. पहुंच को सुविधाजनक बनाया जाए. स्विस इंजीनियरों ने चार चरणों में वहां की पहुंच आसान की है. जिससे आपको पहुंचने में परेशानी नहीं होगी. आठ सीटर केबिल कार पहले स्टैंड स्टेशन तक पहुंचाती है. उसके ऊपर के चार स्टैंड स्टेशनों की दूरी रोटेयर द्वारा 45 मिनट में तय होती है. यह रोटेयर मंद गति से पांच मिनट में 360 डिग्री तक घूमता है. पांचवें स्टैंड स्टेशन के बाद पैरों के नीचे बर्फ की सतह महसूस कर सकते हैं. सधे कदमों से उस पर चलना है.
धूप करती है पहाड़ों का श्रृंगार
चारों ओर बर्फ ही बर्फ और उससे ढके ऊंच पहाड़. सूरज की धूप उनका श्रृंगार हैं. इस ऊंचाई तक वनस्पतियों और पेड़ों की पहुंच नहीं है. वहां सिर्फ पत्थर के पहाड़ और उन पर चढ़ी बर्फ़ है. यहां आइस फ्लेयर है. समिट स्टेशन और ग्लेशियर पार्क और ग्लेशियर केव भी है, लेकिन आपको रेस्टोरेंट और अन्य सहूलियत भी मिल जाएंगी. एक होटल भी निर्माण की प्रक्रिया में है.
टूरिस्ट की सबसे पसंदीदा जगह
स्विट्जरलैंड पहुंचने वाले सैलानियों के पसंदीदा स्थलों की सूची में माउंट टिटलिस का खास मुकाम है. दिलचस्प है कि स्विट्जरलैंड की अब तक की यात्रा में यह पहला मुकाम था , जहां कतार टूटती मिली. बस इतना था कि जाते में केबिल कार तो वापसी में रोटेयर के लिए देर तक इंतजार करना पड़ा.