सर्दियों में जल्दी खाना क्यों जरूरी: वैज्ञानिक कारणों के साथ भोजन के सही समय पर नई समझ

सर्दी आते ही मौसम के साथ हमारे शरीर की आंतरिक घड़ी, यानी सर्कैडियन रिदम में भी बड़ा बदलाव आता है। नवंबर-दिसंबर में दिन छोटे और रातें लंबी होने लगती हैं। यही कारण है कि इस मौसम में समय पर और जल्दी भोजन करना केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि वैज्ञानिक रूप से जरूरी माना जाता है।
सर्दियों में हमारा मेटाबॉलिज्म दिन के समय ज्यादा सक्रिय रहता है। इसलिए शाम सात बजे तक डिनर करना और दिन की अधिकतर कैलोरी उजाला रहते हुए लेना शरीर की प्राकृतिक रिदम के अनुसार होता है। इससे पाचन बेहतर होता है, नींद गहरी आती है और शरीर रात में रिपेयर का काम सही ढंग से कर पाता है।
जल्दी भोजन करने से होने वाले लाभ
जल्दी भोजन करने से भोजन पचने में आसानी होती है और पेट पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता। इससे पेट हल्का रहता है, हार्मोन संतुलित रहते हैं और वसा जमा होने की संभावना कम होती है। खाना खाने और सोने के बीच दो से तीन घंटे का अंतर रखना सबसे फायदेमंद माना जाता है, ताकि शरीर नींद के दौरान रिपेयर और ऊर्जा संतुलन से जुड़ी प्रक्रियाएं सुचारू रूप से कर सके।
सर्दियों में दिन छोटे होने के कारण मूड पर भी असर पड़ता है। ऐसे में समय पर खाना खाने से सर्कैडियन रिदम संतुलित रहती है, जिससे तनाव कम होता है और मूड स्थिर रहता है।
नवंबर-दिसंबर में भोजन का सही समय
नाश्ता सुबह आठ से साढ़े नौ बजे के बीच करना सबसे अच्छा है, या फिर उठने के एक से दो घंटे बाद। दोपहर का भोजन दिन का सबसे बड़ा भोजन माना जाता है, जिसका आदर्श समय साढ़े बारह बजे से दो बजे के बीच है। रात का खाना शाम साढ़े पांच से सात बजे के बीच करना स्वास्थ्य के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। यदि किसी कारणवश जल्दी भोजन संभव न हो, तो कम से कम सोने से दो घंटे पहले भोजन जरूर कर लेना चाहिए।अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि सही समय पर सही भोजन लिया जाए और भोजन में छह प्रकार के रस शामिल हों, ताकि शरीर को पूरा पोषण मिल सके।
