कितनी खतरनाक है ये आदत: आपको भी लग गई है रील देखने की लत

आपको भी लग गई है रील देखने की लत
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बहुत अधिक रील देखने की आदत सेहत के लिए कई तरह से नुकसानदायक हो सकती है। यह आपके किसी काम पर लंबे समय तक ध्यान केंद्रित करने की क्षमता, मेंटल हेल्थ को तो प्रभावित करती ही है साथ ही लंबे समय तक रील देखते रहने से शारीरिक सक्रियता कम होती है।क्या आपके भी दिन का ज्यादातर समय रील्स को स्क्रॉल करते हुए बीतता है? ये आदत आपको कुछ समय के लिए आनंद की अनुभूति जरूर करा सकती है पर क्या आप जानते हैं कि रील्स देखने और दिनभर मोबाइल से चिपके रहने की आदत आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है? विशेषतौर पर बच्चों में बढ़ती इस आदत को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञ काफी चिंता जता रहे हैं।




स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, बहुत अधिक रील देखने की आदत सेहत के लिए कई तरह से नुकसानदायक हो सकती है। यह आपके किसी काम पर लंबे समय तक ध्यान केंद्रित करने की क्षमता, मेंटल हेल्थ को तो प्रभावित करती ही है साथ ही लंबे समय तक रील देखते रहने से शारीरिक सक्रियता कम होती है।

यानि की बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में तेजी से बढ़ती ये आदत दीर्घकालिक रूप से सेहत को गंभीर क्षति पहुंचाने वाली हो सकती है।

रील्स की आदत कितनी नुकसानदायक?




स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, रील्स देखने की आदत कई प्रकार से सेहत को नुकसान पहुंचाती है। रील में कंटेंट का तेजी से आना और तेजी से चले आना, लंबे समय तक किसी काम पर ध्यान केंद्रित करने की आपकी क्षमता को काफी प्रभावित करने वाली हो सकती है। इसके अलावा कई अध्ययनों में रील्स देखने की आदत को डोपामाइन रिलीज को ट्रिगर करने वाला बताया गया है जिससे आप कम खुश रह पाते हैं।

'ओपन अवेयरनेस' अभ्यास से मिलता है आराम

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के विशेषज्ञों की टीम ने कहा, अगर आप भी अक्सर रील्स देखते रहने वाले लोगों में से हैं तो संभव है कि आपको इसके दुष्प्रभाव को अनुभव होने लगा हो। हालांकि इसके खतरे को कम करने के लिए मेडिटेशन-योग जैसे कुछ उपायों को दिनचर्या का हिस्सा बनाया जा सकता है जो आपकी मनोदशा और नींद में सुधार करने के साथ रील्स की आदत के कारण होने वाली मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को कम कर सकते हैं।

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल ने एक खास मेडिटेशन 'ओपन अवेयरनेस' के बारे में बताया है। विशेषज्ञों ने कहा रोजाना 10 मिनट इसका प्रैक्टिस करके आप विशेष लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

खुद के लिए निकालिए 10 मिनट

हार्वर्ड के एक्सपर्ट्स के मुताबिक ओपन अवेयरनेस मेडिटेशन आप कहीं भी कर सकते हैं, जैसे काम करते हुए या यात्रा करते समय। इसकी शुरुआत 'ब्रीदिंग मेडिटेशन' से होती है। यानी कि रील्स की इस ताबड़तोड़ दुनिया में अपने लिए बस 10 मिनट का समय निकालकर आप कई प्रकार के लाभ पा सकते हैं।

कैसे करें ये मेडिटेशन

आंखें बंद कर लें और गहरी सांस लें और सांस छोड़ते वक्त स्ट्रेस को रिलीज करें। इससे ऑक्सीजन का स्तर बढ़ेगा व नर्वस सिस्टम शांत रहेगा।

अब अपनी सांस पर ध्यान दें। अगर मन भटके, तो धीरे से सांस पर वापस ध्यान लगाएं। 10 मिनट तक सांस पर ध्यान देने वाले इस अभ्यास की मदद से 40% तक स्ट्रेस कम कर सकते हैं।

अभ्यास के तीसरे चरण में शरीर के हर हिस्से का एहसास करें, जैसे सांस हर हिस्से में फैल रही हो। आसपास वातावरण को महसूस करें, फिर आंखें खोल लें।

ये आसान सी आदत रील्स देखने के कारण होने वाली समस्याओं का कम करने मेंटल हेल्थ को ठीक बनाए रखने में काफी मददगार हो सकती है।

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