अवैध हथियारों के साथ जाट महासभा के जिला अध्यक्ष सहित तीन गिरफ्तार सट्टे के कारोबार से जुड़े हैं तार
चित्तौड़गढ़ । सदर थाना पुलिस ने दो अलग-अलग कार्रवाई में 2 पिस्टल के साथ 3 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपी ऑनलाइन सट्टे से जुड़े हुए है।
इनमें से एक आरोपी के पास 50 हजार रुपए नकद भी मिले। जबकि एक करो कि जाट महासभा का जिला अध्यक्ष बताया गया है
सदर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि 2 अलग-अलग गाड़ियों में कुछ लोग पिस्टल लेकर जा रहे है। इस पर थानाधिकारी गजेंद्र सिंह के निर्देशन पर 2 टीमें बनाई गई। एक टीम ने सेंती चौकी के बाहर नाकाबंदी की। चित्तौड़ शहर से एक काले रंग की गाड़ी आई हुई दिखाई थी। गाड़ी को रोकने का इशारा किया तो ड्राइवर ने साइड में कार रोक दी। नाम पूछने पर ड्राइवर ने अपना सावा, शंभूपुरा निवासी प्रकाश चौधरी बताया। मुखबिर की पुख्ता जानकारी होने के कारण पुलिस ने आरोपी और गाड़ी की तलाशी ली। तलाशी में कार के डैशबोर्ड से एक देसी पिस्टल, दो जिंदा कारतूस और 50 हजार रुपए नकद मिले। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, पिस्टल, कारतूस और रुपयों को जब्त कर मामला दर्ज कर लिया।
इसके कुछ देर बाद ही सूचना पर सेंती चौकी के बाहर दूसरी टीम ने नाकाबंदी की। शहर क्षेत्र की ओर से ही एक और काले रंग की गाड़ी आई हुई दिखाई दी। रोक कर जब ड्राइवर से पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम पांडोली, चंदेरिया निवासी रमेश चंद्र (24) पुत्र भगवान लाल होना बताया। उसके पास की सीट में ही बराड़ा निवासी कालू सिंह (28) पुत्र पृथ्वीसिंह रावत नाम का युवक बैठा था। कार की तलाशी में डैशबोर्ड के दिग्गी में एक पिस्टल मय एक राउंड मैगजीन लोड किया हुआ मिला। पुलिस ने उसे जब्त करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हथियार कहां से लाए इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। वैसे, इनमें से एक आरोपी राजस्थान जाट महासभा का जिलाध्यक्ष है।
ऑनलाइन सट्टे से जुड़ा है आरोपियों का कारोबार
पूछताछ के दौरान आरोपी प्रकाश ने बताया कि वह ऑनलाइन सट्टा खेलने का काम करता है और साथ ही अन्य ग्राहकों को को सट्टा आईडी भी उपलब्ध करवाता है। वहीं, रमेशचंद्र ने पूछताछ के दौरान बताया कि वो और उसका साथी जोगणियां बुक से ऑनलाइन सट्टे आईडी बनाते है और ऑनलाइन सट्टा भी खेलते है। ये दोनों आरोपियों भी अन्य लोगों को ग्राहक बनाकर सट्टे की आईडी उपलब्ध करवाते है। इस दोनों कार्रवाई में ASI शंकरलाल, ददू सिंह, कांस्टेबल भगवत सिंह, भजनलाल शामिल थे।