कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा बोले – “जो किसान के साथ धोखा करेगा, उसे बर्दाश्त नहीं करूंगा

कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा बोले – “जो किसान के साथ धोखा करेगा, उसे बर्दाश्त नहीं करूंगा
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राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने गुरुवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी में आयोजित **बिरसा मुंडा सम्मान समारोह** में छात्रों को संबोधित करते हुए तीखे तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि जो किसान के साथ धोखा करेगा, मैं उसे बर्दाश्त करने वाला नहीं हूं। उन्होंने अपने भाषण में किसानों, भ्रष्टाचार, राजनीति की दिशा और आरक्षण जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बेबाक राय रखी।कहा – 'मेरी धाक ऐसी है, अच्छे-अच्छे मुझे रोक नहीं सकते

कृषि मंत्री ने मंच से कहा,

> "इतनी तो मेरी धाक है कि मुझे रोकने की हिम्मत अच्छे-अच्छों की नहीं होती। इतना तो मेरा रुतबा है।"

🔹 **चाणक्य और मछली का उदाहरण देकर सिस्टम पर कसा तंज

उन्होंने कहा कि

> "चाणक्य ने कहा था जैसे तैरती मछली कब पानी पी जाती है, पता नहीं चलता, वैसे ही अफसर कब पैसा खा जाएं, इसका पता नहीं चलता।"

नरेश मीणा से मुलाकात पर मचा था हंगामा

उन्होंने खुलासा किया कि

> "मैं नरेश मीणा से जेल में मिलने गया, तो दिल्ली से फोन आ गया – वह सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहा है, आप मिलने क्यों गए? मैंने कहा मैं खुले में मिल रहा हूं, आप तो उसे चुपचाप चुनाव लड़वा रहे हो।"

‘हम मछली के वंशज हैं, प्रवाह के खिलाफ तैरना हमारे DNA में है’

किरोड़ीलाल मीणा ने खुद कोमीन जातिसे जोड़ते हुए कहा:

> "मछली हमेशा पानी की दिशा के खिलाफ तैरती है। हम भी मीन भगवान के वंशज हैं, यही हमारे डीएनए में है।"**

> उन्होंने भैरोंसिंह शेखावत से एक किस्सा साझा करते हुए कहा – "उन्होंने कहा तू हमेशा उल्टा चलता है, तो मैंने मछली का उदाहरण दिया।"


57 व्यापारियों पर मुकदमे, 16 कंपनियों के लाइसेंस रद्द

कृषि मंत्री ने बताया कि नकली खाद और पेस्टिसाइड बेचने वालों के खिलाफ उन्होंने अब तक **57 बड़े व्यापारियों पर कार्रवाई की है और 16 कंपनियों के लाइसेंस रद्द करवाए हैं।

> 70 साल में कृषि विभाग में 17 मुकदमे हुए और मैंने 4 महीने में 57 करवा दिए। अगर मेरे रहते किसान को नकली खाद मिले, तो मैं किसान का बेटा नहीं।"**

उन्होंने यह भी कहा –"गहलोत साहब कहते हैं मंत्री को छापा मारने नहीं जाना चाहिए। तो क्या एसी कमरे में बैठा रहूं?"

आज की राजनीति दिशाहीन – 'साली पैसे वाली कैसे बने' इसी में लगे हैं लोग

राजनीति की हालत पर नाराज़गी जताते हुए मीणा ने कहा की "आज की राजनीति में सेवा का भाव नहीं रहा। सब अपने परिवार, अपनी साली, अपने फायदे के लिए लगे हैं। इसलिए राजनीति दिशाहीन हो रही है।

राजनीति में आओ, लेकिन सेवा भावना के साथ

छात्रों को राजनीति में आने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा की मेरे दल में नहीं आते तो किसी भी दल में जाओ, लेकिन सेवा भाव ज़रूरी है। मैं 45 साल से सेवा कर रहा हूं।"**

आरक्षण पर दो टूक – 'जब तक प्राण हैं, कोई छेड़ नहीं सकता'

किरोड़ीलाल मीणा ने आरक्षण को लेकर भी स्पष्ट रुख दिखाया –

> जब तक मेरे तन में प्राण हैं, तब तक आपके आरक्षण के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता।"**


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