राजस्थान में बाढ़ का कहर: जनजीवन अस्त-व्यस्त, कई जिले जलमग्न,सोमवार को स्कुल की छुट्टी ,सेना बचाव में जुटी

राजस्थान में बाढ़ का कहर: जनजीवन अस्त-व्यस्त, कई जिले जलमग्न,सोमवार को स्कुल की छुट्टी ,सेना बचाव में जुटी
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जयपुर, : राजस्थान में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। कोटा, बूंदी, झालावाड़, जयपुर, अजमेर, जालोर और सवाई माधोपुर सहित कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। भारी बारिश के कारण सैकड़ों कच्चे-पक्के मकान ढह गए, सड़कें और रेलवे ट्रैक जलमग्न हो गए, और कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। मौसम विभाग ने हाड़ौती अंचल में रविवार को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसके चलते बूंदी में स्कूलों में सोमवार को अवकाश घोषित कर दिया गया है। सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं, लेकिन हालात सुधरने के कोई आसार नहीं दिख रहे।

कोटा में तबाही: मकान ढहे, एक महिला की मौत

कोटा जिले के सुल्तानपुर क्षेत्र में भारी बारिश ने भारी तबाही मचाई है। यहां 200 से अधिक कच्चे मकान ढह गए, जिसके कारण सैकड़ों परिवार बेघर हो गए हैं। प्रशासन ने बेघर लोगों को अस्थायी आश्रय स्थलों पर ठहराया है। सुल्तानपुर के इस्लाम नगर में एक दर्दनाक हादसे में पक्के मकान की छत गिरने से दंपती मलबे में दब गया। जावेद अख्तर और उनकी 30 वर्षीय पत्नी यास्मीन को गंभीर हालत में कोटा रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान यास्मीन की मौत हो गई।

कोटा में साढ़े तीन इंच (87.4 मिमी) बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण शहर की कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं। कोटा बैराज के दो गेट खोलकर 14,500 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया, जबकि आलनिया बांध पर चादर चल रही है। पीपल्दा क्षेत्र में सूखनी नदी के उफान पर होने से करवाड़ और शहनावदा मार्ग बंद रहे। कुंदनपुर में भी एक कच्चा मकान ढह गया। सुल्तानपुर का कोटा जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह कट गया, क्योंकि मारवाड़ा चौकी रेलवे अंडरब्रिज और एक्सप्रेस हाइवे पर जलभराव के कारण यातायात ठप रहा। 36 घंटे बाद क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी।

बूंदी में बाढ़ जैसे हालात: सेना तैनात

बूंदी जिले में नैनवां, कापरेन और दुगारी में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। कनक सागर तालाब के ओवरफ्लो होने से तीन दुकानें ढह गईं, और खानपोल दरवाजा के पास परकोटा गिर गया। नवल सागर और जैत सागर से पानी की निकासी के कारण महावीर कॉलोनी, देवपुरा और बीबनवां रोड क्षेत्र में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। नैनवां में कई मकानों में पानी भर गया, जिसके लिए सेना को बुलाना पड़ा। हिण्डोली क्षेत्र में गुढ़ा बांध के आठ गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। खटकड़ रिहाना ग्राम पंचायत के मालियों की बाड़ी मजरा में मेज नदी के उफान के कारण डेढ़ सौ लोग फंस गए, और गांव टापू बन गया। प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है।

जयपुर: सड़कें उधड़ीं, कॉलोनियां जलमग्न

राजधानी जयपुर में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया है। भांकरोटा इलाके में डेढ़ से दो फीट तक पानी जमा हो गया, और कई गाड़ियां डूब गईं। हीरापुरा, सीकर रोड और अन्य प्रमुख क्षेत्रों में जलभराव के कारण ट्रैफिक रेंग रहा है। नगर निगम की जल निकासी व्यवस्था बारिश के सामने नाकाम साबित हुई है। सीवर जाम होने और सड़कों के उधड़ने से स्थानीय निवासियों में रोष है।

अजमेर और जालोर में भी बिगड़े हालात

अजमेर में रविवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश ने सड़कों को नहर में तब्दील कर दिया। गंज, महावीर सर्कल, मदार गेट और रेलवे स्टेशन के पास मार्टिंडल ब्रिज के नीचे भारी जलभराव देखा गया। कई वाहन पानी में बंद हो गए, और राहगीरों को कीचड़ से गुजरना पड़ा।

जालोर में 1300 साल पुराना सुंदेलाव तालाब ओवरफ्लो हो गया, जिसके कारण आसपास की कॉलोनियां जलमग्न हो गईं। जलभराव से आवाजाही ठप हो गई, और स्कूली बच्चे घरों से बाहर नहीं निकल सके। सीवर के गंदे पानी की मिलावट से तालाब में मछलियां मर रही हैं, जिससे बदबू फैल रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।

सवाई माधोपुर: रेलवे सेवाएं ठप

भारी बारिश के कारण सवाई माधोपुर जंक्शन पर दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन की छह में से पांच लाइनें जलमग्न हो गईं। रेलवे लाइन नंबर 3 पर धीमी गति से ट्रेनों का संचालन हो रहा है, जबकि तीन ट्रेनों का मार्ग बदलकर चंदेरिया होकर संचालित किया गया। दो दर्जन से अधिक ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं। कोटा रेल मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया कि जलभराव के कारण रेल सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।

झालावाड़ और डीडवाना में भी हादसे

झालावाड़ के अकलेरा और खानपुर में भारी बारिश दर्ज की गई। छापी बांध के दो गेट खोलकर जल निकासी की गई। डीडवाना के कोलिया गांव में बारिश से भीगी मकान की दीवार गिरने से दो मजदूरों, राहुल और दिलखुश, की मौत हो गई। सवाई माधोपुर के पांचोलास में पीडब्ल्यूडी की पुलिया टूटने से फलोदी और आमली विजयनगर का संपर्क कट गया।

मौसम विभाग का अलर्ट

मौसम विभाग ने हाड़ौती अंचल में रविवार को भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके चलते प्रशासन ने बूंदी में स्कूलों में अवकाश घोषित किया है। कोटा, बूंदी, झालावाड़ और सवाई माधोपुर में नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे कई मार्ग अवरुद्ध हैं। प्रशासन और बचाव टीमें हालात पर नजर रखे हुए हैं, लेकिन बारिश का दौर थमने के कोई संकेत नहीं हैं।

राजस्थान में बाढ़ और भारी बारिश ने आम जनजीवन को ठप कर दिया है। बेघर हुए परिवार, ढहे मकान, जलमग्न सड़कें और रेलवे ट्रैक, और बार-बार होने वाले हादसे प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच लोगों में दहशत का माहौल है। सरकार और प्रशासन से प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत और पुनर्वास की मांग तेज हो रही है।

भीलवाड़ा के डाबला में 65 एमएम बरसात हुई। मांडल में 50, कोटड़ी में 42, शाहपुरा में 61 एमएम बारिश हुई।

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