भोमपुरा गौशाला में 100 से अधिक गायों की मौत, अध्यक्ष और मैनेजर सहित प्रबंध समिति पर केस, जांच कमेटी गठित

भोमपुरा गौशाला में 100 से अधिक गायों की मौत, अध्यक्ष और मैनेजर सहित प्रबंध समिति पर केस, जांच कमेटी गठित
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श्रीगंगानगर। जिले के समेजा कोठी थाना क्षेत्र में पाकिस्तान सीमा के पास स्थित भोमपुरा गांव की गौशाला में 100 से अधिक गायों की मौत का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है। समुचित देखभाल के अभाव और फंगस लगे गीले चारे को मौत का प्रमुख कारण माना जा रहा है। घटना के बाद प्रशासन, पुलिस, जनप्रतिनिधियों और गो प्रेमियों में भारी आक्रोश देखा गया।

मामला सामने आते ही प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। देर रात अनूपगढ़ के अतिरिक्त जिला कलेक्टर अशोक सांगवा ने गौशाला का निरीक्षण किया। सोशल मीडिया पर मामला वायरल होने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी पूरे प्रकरण की गहन जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।

आज तड़के करीब 5 बजे प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में गौशाला के पीछे बनी खाइयों में डाले गए मृत गोवंश का पोस्टमार्टम कराया गया। जानकारी के अनुसार खाइयों में 100 से अधिक मृत गायें मिलीं। पशु चिकित्सकों ने सैंपल के तौर पर पांच गायों का पोस्टमार्टम किया, इसके बाद सभी शवों को दफना दिया गया। प्रारंभिक जांच में गौशाला में गंदगी, देखरेख की कमी और खराब चारा सामने आया है।

जांबा कॉलोनी जोधपुर निवासी संत राजन प्रकाश साधु अपने शिष्यों के साथ गौशाला पहुंचे। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले उन्होंने इसी गौशाला में कथा का आयोजन किया था और चढ़ावे की राशि प्रबंधन को दी थी। मृत गायों को देखकर उन्होंने गहरा आक्रोश जताया और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

संत राजन प्रकाश और गौ रक्षा दल अध्यक्ष वीर सेन की रिपोर्ट पर समेजा कोठी थाने में गौशाला प्रबंध समिति के अध्यक्ष पालाराम बिश्नोई, मैनेजर सुनील कुमार सहित अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ राजस्थान गोवंशीय अधिनियम 1995 की धारा 3 और 8 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच थाना प्रभारी पुलिस इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार कर रहे हैं।

कांग्रेस विधायक और नवनियुक्त जिला अध्यक्ष रुपिंदरसिंह रूबी भी कार्यकर्ताओं के साथ गौशाला पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रबंध समिति के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी भी जिम्मेदार हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने पिछले वर्ष इस गौशाला को 45 लाख रुपये का अनुदान दिया था, इसके बावजूद हालात खराब रहे। उन्होंने मामले को विधानसभा में उठाने की घोषणा की।

भाजपा जिला अध्यक्ष शरणपाल सिंह मान और रायसिंहनगर के पूर्व विधायक बलबीर लूथरा सहित भाजपा नेता भी मौके पर पहुंचे। भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिला प्रशासन ने जांच समिति गठित कर दी है और प्राथमिकता बचे हुए गोवंश के इलाज और देखभाल की है।

दोपहर में जिला कलेक्टर डॉक्टर मंजू ने गौशाला का निरीक्षण किया। उन्होंने माना कि देखरेख की कमी से 70 से 80 गायों की मौत हुई है, जबकि ग्रामीणों के अनुसार यह संख्या 100 से अधिक है। जिला कलेक्टर ने बताया कि मामले की जांच के लिए गठित समिति का नेतृत्व एडीएम अशोक सांगवा करेंगे, जिसमें रायसिंहनगर एसडीएम, तहसीलदार और पशुपालन विभाग के अधिकारी शामिल हैं।

घटना को लेकर गौशाला के बाहर लोगों ने धरना दिया, जो मुकदमा दर्ज होने के बाद शाम करीब 5 बजे समाप्त हुआ। प्रारंभिक जांच में प्रशासन और पुलिस ने भी गायों की मौत का कारण खराब चारा और लापरवाही को माना है।

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