एक्सीडेंट में दोनों पैर गवां चुके इस शिव भक्त का जज्बा तूफानी, 12वीं बार किए बाबा बर्फानी के दर्शन

एक्सीडेंट में दोनों पैर गवां चुके इस शिव भक्त का जज्बा तूफानी, 12वीं बार किए बाबा बर्फानी के दर्शन

जयपुर: 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा की अपनी 12वीं यात्रा पर निकले महादेव के एक भक्त खूब चर्चा हो रही है। महादेव के एक समर्पित भक्त आनंद सिंह की अटूट आस्था के सामने उनकी विषम परिस्थितियां भी हार मान लेने वाली है। दरअसल, जयपुर के रहने वाले आनंद सिंह ने साल 2002 में एक एक्सीडेंट में अपने दोनों पैर गंवा दिए। लेकिन उनकी भगवान शिव को लेकर आस्था ऐसी है कि हजारों तीर्थयात्रियों की तरह आनंद सिंह भी बाबा बर्फानी की कठिन यात्रा को पिछले कई सालों से पूरा करते आ रहे हैं। यह उनकी 12वीं यात्रा होगी।

बड़ी बात यह है कि सड़क दुर्घटना में अपने दोनों पैर गंवाने के बावजूद भी सिंह का बाबा भोलेनाथ के प्रति विश्वास अटूट है। बाबा अमरनाथ के प्रति अपनी अटूट श्रद्धा के कारण आनंद सिंह ट्रक के टायर के एक कटे हुए हिस्से का उपयोग करते हुए 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा तक पहुंचते हैं। सिंह का कहना है कि भगवान शिव के साथ उनका एक विशेष बंधन है जो हर गुजरते साल के साथ और मजबूत होता जा रहा है।

13,103 तीर्थयात्री जम्मू बेस कैंप के लिए रवाना

वे कहते हैं, 'यह बंधन हर साल मजबूत होता जा रहा है, इसलिए मैं यहां आता हूं। सिंह का दृढ़ संकल्प है कि वे जब तक शारीरिक रूप से सक्षम हैं, तब तक अमरनाथ यात्रा करते रहेंगे। उनकी कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो जीवन की कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। इस बीच, अमरनाथ यात्रा का तीसरा जत्था जम्मू से रवाना हो गया है। इस जत्थे में 6,619 तीर्थयात्री शामिल हैं। इसके साथ ही, अब तक कुल 13,103 तीर्थयात्री जम्मू बेस कैंप से अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हो चुके हैं।

28 जून को शुरू हुई थी यात्रा

पहले दिन, लगभग 14,000 श्रद्धालुओं ने 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन किए। अमरनाथ यात्रा दो मार्गों से शुरू होती है, पहलगाम, अनंतनाग और बालटाल, गंदेरबल जिला। तीसरा जत्था 319 वाहनों में सवार होकर रवाना हुआ। यह जत्था सुबह 3:50 और 4:45 बजे के बीच दो समूहों में रवाना हुआ। तीसरे जत्थे में 1,141 महिला तीर्थयात्री भी शामिल हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 28 जून को पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई थी।

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