यूट्यूबर बनने के लिए 15 साल का बालक बेंगलुरु से अलवर पहुंचा, पुलिस ने सुरक्षित परिजनों को सौंपा

यूट्यूबर बनने के लिए 15 साल का बालक बेंगलुरु से अलवर पहुंचा, पुलिस ने सुरक्षित परिजनों को सौंपा
X



अलवर में सोशल मीडिया की खुराफात सामने आई है, जब 15 साल का एक बालक, अश्विक पुत्र शिव कुमार, यूट्यूबर बनने की सनक में चार दिन पहले घर से बिना बताए बेंगलुरु से अलवर पहुंच गया। पांच साल से यूट्यूब की जानकारी हासिल कर रहा यह बालक, हिंदी, अंग्रेजी, कन्नड़ और तेलुगु भाषाओं में पारंगत है और उसने यूट्यूब के माध्यम से हिंदी भाषा भी सीख ली थी।

अश्विक ने बेंगलुरु से ट्रेन के जरिए लंबा सफर तय किया। ग्वालियर, धौलपुर, भरतपुर होते हुए अलवर पहुंचा, जहां अलवर बस स्टैंड पर रोडवेज कर्मचारियों ने उसकी संदिग्ध गतिविधि देख पुलिस को सूचित किया। सदर थाना प्रभारी अजीत बड़सरा ने बालक को थाने में सुरक्षित रखा और उसके परिजन व बेंगलुरु पुलिस अधिकारियों के आने पर उसे सुपुर्द किया।

अश्विक ने पुलिस को बताया कि वह पिछले पांच साल से यूट्यूबर बनने के लिए तैयारी कर रहा था और हिंदी यूट्यूबर बनने की इच्छा के कारण अमित शर्मा नामक यूट्यूबर से संपर्क किया। घर में मोबाइल से ही उसने यूट्यूब सीखना शुरू किया और अपनी तैयारी जारी रखी। परिवार की आर्थिक स्थिति और पिता की स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए वह बड़ा यूट्यूबर बनकर परिवार की मदद करना चाहता था।

अश्विक ने कहा कि उसने सफर के दौरान डर महसूस नहीं किया और अलवर आने तक किसी से मदद नहीं ली। उसके पिता शिव कुमार ने बताया कि शुक्रवार को स्कूल से लौटने के बाद वह गायब हो गया, जिसके बाद परिवार ने नजदीकी पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

सदर थाना प्रभारी अजीत बड़सरा ने कहा कि बालक को थाने में नन्हे मेहमान की तरह रखा गया और उसकी पूरी सुरक्षा की गई। परिजनों को सुपुर्द करने के बाद उन्होंने कहा कि खुशी है कि बालक सही सलामत परिजनों के पास लौट गया।

अश्विक के परिजनों ने अपील की है कि छोटे बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखा जाए और मोबाइल का प्रयोग सीमित किया जाए, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।

Next Story