उदयपुर सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने की जनसुनवाई: 30 से अधिक परिवेदनाओं पर हाथों-हाथ कार्यवाही

30 से अधिक परिवेदनाओं पर हाथों-हाथ कार्यवाही
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उदयपुर, हलचल। जनसमस्याओं के त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण को लेकर उदयपुर सांसद डॉ मन्नालाल रावत नियमित अंतराल से जनसुनवाई कर रहे हैं। इसी श्रृंखला में शनिवार को जिला परिषद स्थित सांसद कार्यालय में डॉ रावत ने जनसुनवाई करते हुए आमजन की परिवेदनाएं सुनी तथा हाथों-हाथ संबंधित अधिकारियों को दूरभाष पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

सांसद डॉ रावत शनिवार सुबह करीब 2 घंटे तक अपने कार्यालय में मौजूद रहे। संसदीय क्षेत्र से कई लोग अपनी परिवेदनाएं लेकर पहुंचे। सांसद ने उनकी समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनकर संबंधित अधिकारियों को त्वरित राहत के लिए निर्देशित किया। इस दौरान करीब 30 से अधिक परिवेदनाएं प्रस्तुत की गई, जिनमें अतिक्रमण, क्षतिग्रस्त सड़क सहित व्यक्तिगत समस्याएं शामिल रही। सांसद ने उक्त परिवेदनाओं पर हाथों हाथ कार्यवाही करते हुए उन्हें संबंधित अधिकारियों को अग्रेषित किया।

शिल्पग्राम मेले में गवरी साधकों की हो प्रस्तुति

सांसद डॉ रावत ने मेवाड़ और जनजाति समाज की लोक संस्कृति के सबसे महत्वपूर्ण घटक गवरी को प्रोत्साहित और संरक्षित करने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने कहा कि शिल्पग्राम लोक संस्कृति का मंच हैं, लेकिन उसमें गवरी को स्थान नहीं मिल पाया। उन्होंने शिल्पग्राम उत्सव में गवरी साधकों की प्रस्तुति आयोजित किए जाने के लिए पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक फुरकान खान को दूरभाष पर निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि शिल्पग्राम उत्सव में गवरी को प्रति वर्ष शामिल किया जाए और उसकी शुरूआत इस सत्र से की जाए।

विकास कार्यों पर तखमीना प्रस्तुत करने के निर्देश

जनसुनवाई के दौरान कुछ लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र में विकास कार्यों की भी मांग रखी। इस पर सांसद ने कहा कि शिक्षा, रोजगार, पेयजल जैसे विषय केंद्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता में हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को विकास कार्यों की मांग के अनुरूप तखमीना प्रस्तुत किए जाने के भी निर्देश दिए।

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