अंता उपचुनाव में 77.17 फीसदी मतदान, सांकली गांव में बहिष्कार और नरेश मीणा का धरना

अंता विधानसभा उपचुनाव में मंगलवार को हुआ मतदान शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। सुबह से ही मतदाताओं में भारी उत्साह देखने को मिला और मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें लग गईं। चुनाव आयोग के अनुसार शाम पांच बजे तक 77.17 फीसदी मतदान दर्ज किया गया, जो इस क्षेत्र में अब तक के उपचुनावों में सबसे ऊंचा प्रतिशत माना जा रहा है। मतदान शाम पांच बजे तक चला और उसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने मतदान केंद्रों के द्वार बंद कर दिए।
दोपहर के दौरान मतदान की रफ्तार लगातार बढ़ती रही। दोपहर एक बजे तक 48.19 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जो तीन बजे तक बढ़कर 64.68 प्रतिशत पहुंच गई। शाम तक यह आंकड़ा 77.17 प्रतिशत पर पहुंच गया।
इस बीच चुनाव के दौरान एक मामूली विवाद भी सामने आया। सांकली गांव में ग्रामीणों ने सड़क और श्मशान घाट की सुविधाओं की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया। ग्रामीणों के समर्थन में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा स्वयं गांव पहुंचे और कीचड़ भरे रास्ते में धरने पर बैठ गए। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद उन्होंने धरना समाप्त कर मतदान प्रक्रिया को जारी रहने दिया।
धरने के दौरान नरेश मीणा ने कहा कि वे ग्रामीणों की समस्याओं से भलीभांति अवगत हैं और यदि जनता ने उन्हें मौका दिया तो इन मुद्दों का समाधान उनकी पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने प्रशासन पर पक्षपात के आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा समर्थकों के प्रति नरमी बरती जा रही है, जबकि उनके समर्थकों को पुलिस परेशान कर रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस नेताओं के पास से बड़ी मात्रा में नकदी और शराब जब्त की गई, लेकिन उस पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई।
कुल मिलाकर, अंता विधानसभा उपचुनाव में मतदान शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। अब सभी की निगाहें परिणाम पर टिकी हैं, जो आगामी दिनों में तस्वीर स्पष्ट करेगा कि मतदाताओं ने किसे अपना प्रतिनिधि चुना है।
