अंता उपचुनाव में हार के बाद मदन राठौड़ बोले यह जनता का फैसला पूरी जिम्मेदारी मेरी

जयपुर। अंता विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ सामने आए और इसे जनता का स्पष्ट जनादेश बताते हुए पूरी जिम्मेदारी स्वयं पर ली। उन्होंने कहा कि पार्टी हार के कारणों की गहन समीक्षा करेगी और उसके बाद आवश्यक सुधार लागू किए जाएंगे। राठौड़ ने अंता की जनता को शांतिपूर्ण मतदान के लिए धन्यवाद दिया और विजयी कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया को शुभकामनाएं दीं।
राठौड़ ने कहा कि उपचुनाव और आम चुनाव के मुद्दे अलग होते हैं और अंता का नतीजा किसी बड़े राजनीतिक परिवर्तन का संकेत नहीं है। यह हार सामूहिक जिम्मेदारी है, लेकिन सबसे बड़ी जिम्मेदारी मेरी है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस पराजय को भविष्य में मजबूत वापसी की तैयारी मान रही है। यदि संगठन में किसी बदलाव या ऑपरेशन की आवश्यकता होगी, तो पार्टी उसमें देर नहीं करेगी।
भाजपा की हार के पांच कारण
पहला कांग्रेस ने उपचुनाव के दौरान जो भ्रम फैलाया, उसे पार्टी समय पर प्रभावी ढंग से काउंटर नहीं कर सकी। इससे मतदाताओं की धारणा प्रभावित हुई।
दूसरा भाजपा स्थानीय और सेवाभावी उम्मीदवार की छवि पर चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन यह संदेश जनता तक उतनी मजबूती से नहीं पहुंच सका।
तीसरा उपचुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़े जाते हैं। अंता में विकास, क्षेत्रीय समस्याएं और उम्मीदवार की कार्यशैली जैसे विषय माहौल को काफी प्रभावित करते रहे।
चौथा संगठनात्मक स्तर पर कमियां सामने आईं। ग्राउंड मैनेजमेंट और माइक्रो रणनीति उतनी असरदार नहीं दिखी, जिससे पार्टी को नुकसान हुआ।
पांचवां कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया की स्थानीय पकड़ मजबूत साबित हुई। भाजपा अपने उम्मीदवार और सरकारी कामकाज को जनता के बीच सही तरीके से स्थापित नहीं कर सकी।
