ये भर्तियां भी विवाद में: पीटीआई भर्ती घोटाला: फर्जी डिग्रियों का खुलासा, 4500 अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की दोबारा जांच

जयपुर। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित पीटीआई भर्ती 2022 में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई है। शिक्षा विभाग ने इस भर्ती में फर्जी डिग्रियों के उपयोग को स्वीकार करते हुए 4500 चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की पुनः जांच का फैसला किया है। साथ ही, इन अभ्यर्थियों के स्थायीकरण और वेतन नियमितीकरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।
शिक्षा विभाग ने इस मामले की गहन जांच के लिए एक विशेष कमेटी गठित की है, जो सभी चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की बारीकी से जांच करेगी। गौरतलब है कि 25 सितंबर 2022 को 5546 पदों के लिए आयोजित इस भर्ती में करीब 4500 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी गई थी। जांच में सामने आया कि कई अभ्यर्थियों ने बैकडेटेड डिग्रियां और फर्जी दस्तावेज जमा किए थे।
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की जांच में अब तक 300 से अधिक अभ्यर्थियों के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। इसके अलावा, 1800 से अधिक अभ्यर्थियों के दस्तावेजों में अनियमितताएं पाए जाने के कारण उनकी जांच जारी है। एसओजी ने खुलासा किया कि उत्तर प्रदेश की जेएस यूनिवर्सिटी, शिकोहाबाद सहित कई अन्य विश्वविद्यालयों से फर्जी डिग्रियां प्राप्त की गई थीं। इनमें से कई डिग्रियां भर्ती प्रक्रिया के दौरान या बाद में प्रिंट की गई थीं, जो नियमानुसार मान्य नहीं हैं।
जांच में यह भी सामने आया कि कुछ अभ्यर्थियों ने डमी उम्मीदवारों के जरिए परीक्षा दी और दलालों के माध्यम से फर्जी डिग्रियां खरीदीं। एसओजी ने यूनिवर्सिटी के सर्वर से प्राप्त डेटा के आधार पर पाया कि जेएस यूनिवर्सिटी को प्रति वर्ष केवल 100 बीपीएड सीटों की मान्यता थी, लेकिन 2000 से अधिक अभ्यर्थियों ने इस यूनिवर्सिटी की डिग्रियां जमा की थीं।
शिक्षा विभाग के इस कदम से भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है। साथ ही, सरकार ने भविष्य में ऐसी अनियमितताओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर दोषी अभ्यर्थियों के खिलाफ कार्रवाई और तेज की जाएगी।
ये भर्तियां भी विवादों में, SOG में जांच लंबित है, जानें
पटवारी भर्ती 2021
डमी अभ्यर्थियों को बैठाने का मामला सामने आया। करीब 50 से अधिक लोग गिरफ्तार हो चुके।
फायरमैन भर्ती 2021
दस्तावेजों की गड़बड़ी सामने आई। बोर्ड ने ऐसे 156 अभ्यर्थियों को अपात्र घोषित कर दिया था। अभ्यर्थियों ने भर्ती में फर्जी डिप्लोमा लगाए थे।
रीट भर्ती-2021
परीक्षा एक दिन कराने और पेपर लीक से विवादों में आई। परीक्षा के निर्धारित समय से डेढ़ घंटे पहले पेपर आ गया। सरकार ने दो दर्जन अधिकारी और कर्मचारियों को बर्खास्त किया।
आरएएस 2018 भर्ती
कोरोना और कोर्ट में अटकने से एक साल तक इंटरव्यू नहीं हुए। वहीं, इंटरव्यू में पास कराने के नाम पर घूसकांड के खुलासे हुए। पूर्व शिक्षामंत्री और पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा के रिश्तेदारों को टॉपर से अधिक नंबर देने का विवाद गहराया था।
कांस्टेबल भर्ती 2019
जिलावार मेरिट को लेकर विवाद गहराया। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा। इस कारण कई दिनों तक भर्ती का परिणाम अटका। परीक्षा में 17.50 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया।
इनकी भी जांच…
2018 - लाइब्रेरियन भर्ती जेईएन सिविल डिग्रीधारी भर्ती।
2020 - वनरक्षक भर्ती।
2022 - वरिष्ठ अध्यापक भर्ती, सीएचओ भर्ती, ईओ-आरओ भर्ती।
