फर्जी पुलिस बनकर ई-मित्र संचालक से साढ़े पांच लाख ऐंठे

अलवर। विजय मंदिर थाना क्षेत्र के जटियाना गांव में खाद-बीज भंडार और ई-मित्र संचालक से करीब साढ़े पाँच लाख रुपए की ठगी और ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आया है। पीड़ित रति मोहम्मद ने गांव के ही 9 युवकों पर साइबर ठगी, फर्जी पुलिसकर्मी बनना, धमकी देकर पैसे वसूलना और आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की धमकी देने के आरोप लगाए हैं।
पीड़ित के अनुसार 18 फरवरी से आरोपी युवक दुकान पर आते-जाते थे। पहले छोटी रकम उधार ली, वापस लौटाई और ब्याज भी दिया। इससे पीड़ित का विश्वास बन गया। इसके बाद आरोपियों ने लगभग 50 हजार रुपए उधार लिए, लेकिन वापस नहीं लौटाए।इसके बाद अलग-अलग तरीकों से “पैसे लौटा देंगे” बोलकर कई बार ऑनलाइन ट्रांजक्शन करवाए और रकम बढ़ाते गए।
करीब एक माह बाद, जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगे तो आरोपी ताहिर ने फोन करके कहा कि वह तिजारा के पास भिंडूसी में है और उसे साइबर फ्रॉड में पकड़ा जा रहा है। इसके बाद एक व्यक्ति ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर पीड़ित से फोन पर बात की और पैसे जमा कराने का दबाव बनाया। पीड़ित ने डर के कारण बार-बार पैसे डलवा दिए।
पीड़ित का आरोप है कि आरोपी युवक उसे गुड़गांव के एक बार में लेकर गए, जहां लड़कियों के साथ डांस कराते हुए उसका आपत्तिजनक वीडियो बना लिया गया। बाद में आरोपियों ने इस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर बार-बार पैसे वसूलने शुरू कर दिए।
एक दिन आरोपी ताहिर ने फोन पर फिर कहा कि उसे रामगढ़ पुलिस ने पकड़ लिया है। इसके बाद एक अन्य युवक ने फर्जी पुलिसकर्मी “शाहिद” बनकर 45 हजार रुपए की मांग की। पीड़ित से अलग-अलग ट्रांजक्शन में निरंतर रकम ली गई और कुल मिलाकर करीब साढ़े पाँच लाख रुपए की ठगी कर ली गई।
पीड़ित के अनुसार आरोपियों ने पैसे वापस देने का भरोसा दिलाकर एक फर्जी व्यक्ति के नाम का चेक भी दिया, जो बाद में गलत निकला। इसके बाद पीड़ित टूट गया और डिप्रेशन में आ गया।
पीड़ित ने बताया कि 10 नवंबर की सुबह वह डिप्रेशन में इतना दुखी हो गया कि पंखे से चुन्नी बांधकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। उसी समय उसकी पत्नी आने से परिवार वालों को पूरी बात का पता चला और जान बच गई।
पीड़ित ने गांव के 9 युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है ताहिर, आदिल, वारीश, सयाबू, साजिद, जुलफैद, राहुल, तैय्यब और ताहिर पुत्र तैय्यब।विजय मंदिर थाना पुलिस में 28 नवंबर को नामजद रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है, लेकिन पीड़ित का आरोप है कि अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
