बाड़मेर हलचल: गुरुकुल में मासूमों पर जुल्म की दर्दनाक कहानी, गर्म रॉड से दागे गए बच्चे

बाड़मेर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जो मानवता को शर्मसार करने वाली है। हरपालिया गांव में संचालित एक गुरुकुल में बच्चों के साथ क्रूरता की सारी हदें पार की गईं। यहां एक शिक्षक और वार्डन नारायण गिरी ने 17 अगस्त को दो मासूम बच्चों, उम्र 10 और 11 साल, को सिर्फ इसलिए गर्म लोहे की रॉड से दाग दिया क्योंकि उन्होंने रात में बिस्तर गीला कर दिया था।
घटना का खुलासा और गांव वालों का गुस्सा
यह अमानवीय कृत्य तब सामने आया जब एक बच्चे ने रात में गुरुकुल से भागकर अपने परिवार को इस जुल्म की जानकारी दी। घटना की भनक लगते ही गांव वालों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने गुरुकुल के बाहर जमा होकर सख्त कार्रवाई की मांग की। एक वायरल वीडियो में बच्चों की जलन की चोटें और उनकी दर्दभरी आपबीती दिखी, जिसने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी।
पुलिस कार्रवाई और जांच शुरू
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक और वार्डन नारायण गिरी को हिरासत में ले लिया। चौहटन के डिप्टी एसपी जीवनलाल खत्री ने बताया, "वीडियो में बच्चे बता रहे हैं कि उन्हें गर्म रॉड से दागा गया। इसके बाद हमने नारायण गिरी को गिरफ्तार किया।" वीडियो में गांव वालों ने यह भी दावा किया कि वार्डन पहले भी बच्चों को डंडों से पीटता रहा है।
गुरुकुल की सच्चाई
हरपालिया के इस गुरुकुल को हरपालेश्वर महादेव विकास सेवा समिति 2022 से चला रही है, जहां गरीब, अनाथ और घुमंतू परिवारों के बच्चे आश्रय पाते हैं। लेकिन अब इसकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। बच्चों ने बताया कि उन्हें शारीरिक रूप से पीटा गया और चुप रहने की धमकी दी गई। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया कि बच्चों को बिस्तर गीला करने की सजा के तौर पर दागा गया।
प्रशासनिक जांच और कार्रवाई
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद विश्नोई ने बताया कि मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की गई है। "हमने गुरुकुल का दौरा किया और बच्चों, उनके माता-पिता व कर्मचारियों से बातचीत की। जल्द ही रिपोर्ट सौंपी जाएगी," उन्होंने कहा। जांच में यह भी देखा जाएगा कि गुरुकुल की निगरानी में लापरवाही तो नहीं हुई।
गांव वालों की मांग: गुरुकुल बंद करो
गांव वालों और बच्चों के माता-पिता ने इस क्रूरता के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर गुरुकुल में ऐसी लापरवाही साबित होती है, तो इसे तुरंत बंद करना चाहिए। लोग इस बात से भी नाराज हैं कि इतना बड़ा जुल्म हुआ, लेकिन पहले किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी।
यह घटना बच्चों की सुरक्षा और गुरुकुलों की निगरानी पर गंभीर सवाल उठाती है। क्या प्रशासन इस मामले में सख्त कदम उठाएगा? आपकी राय क्या है?
