संयम शतम महोत्सव में दीक्षा शतक पूरा, ब्यावर में मुमुक्षु आयुष कोठारी का हुआ सम्मान

ब्यावर। राष्ट्रीय संत आचार्य रामेश के सानिध्य में आयोजित संयम शतम महोत्सव में 100 से अधिक दीक्षाएँ पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जैन समाज में उत्साह व्याप्त है। श्री साधुमार्गी जैन परंपरा के संघ महामंत्री सुशील मेहता ने बताया कि 16 अक्टूबर 2023 को घोषित इस महोत्सव का लक्ष्य 100 दीक्षा का था, जिसे 11 नवम्बर 2025 को आचार्य श्री राम जन्म भूमि देशनोक में आचार्य रामेश एवं उपाध्याय प्रवर राजेश मुनि की प्रेरणा से पार कर लिया गया।
इसी प्रेरणा शृंखला में ब्यावर के मुमुक्षु वीर भ्राता आयुष कोठारी, पुत्र श्री उषा-अशोक कोठारी, आगामी 8 दिसम्बर 2025 को बीकानेर के गंगाशहर में दीक्षित होने जा रहे हैं। इस अवसर पर श्री ओसवाल जैन श्री संघ संस्थान द्वारा उनके निवास स्थान पर अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया, जिसमें संघ सदस्यों ने मुमुक्षु और उनके माता-पिता का तिलक, माला, शाल एवं अभिनंदन-पत्र प्रदान कर सम्मान किया। सभी ने आगामी दीक्षा के लिए शुभकामनाएँ प्रेषित कीं।
संघ अध्यक्ष अनिल डोसी ने बताया कि गत वर्ष आचार्य रामेश के ब्यावर प्रवास के दौरान अशोक कोठारी ने अपनी पुत्री हर्षाली को दीक्षा दिलाई थी, जो वर्तमान में महासती रामहर्षाजी महाराज के रूप में आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर हैं। कोठारी परिवार ने अपने दोनों बच्चों को आचार्य श्री के चरणों में समर्पित कर जैन धर्म के प्रति अद्वितीय आस्था प्रदर्शित की है।
अभिनंदन समारोह में संघ के संरक्षक व ब्यावर नगर परिषद उप सभापति रिखबचंद खटोड़ सहित अनिल डोसी, सुशील मेहता, महावीर प्रसाद नाहटा, नेमीचंद डूंगरवाल, श्रवण बोहरा, सुज्ञानचंद खीचा, कुलदीपसिंह खीचा, संजय चौरडिया, कमल श्रीमाल, रोशनलाल आंचलिया, कैलाशचंद बोहरा, अशोक कोठारी, श्रीमती उषा कोठारी सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे। अभिनंदन पत्र का वाचन सह मंत्री श्रवण बोहरा ने किया तथा नेमीचंद डूंगरवाल ने स्व-रचित कविता प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन सुशील मेहता ने किया और अंत में अध्यक्ष ने सभी का आभार व्यक्त किया।
