रेलमगरा पुलिस की बड़ी कार्रवाई : अफीम और एमडी ड्रग्स के साथ तस्कर गिरफ्तार

राजसमंद / भीलवाड़ा हलचल।
राजसमंद जिले के रेलमगरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर तीसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। टीम ने मौके से 429 ग्राम अफीम और 4.51 ग्राम मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स बरामद किए हैं। यह कार्रवाई ऑपरेशन सुदर्शन चक्र के तहत की गई।
👮♀️ थाना इंचार्ज सोनाली शर्मा के नेतृत्व में कार्रवाई
रेलमगरा थाना प्रभारी सोनाली शर्मा ने बताया कि पुलिस टीम 24 अक्टूबर की शाम गश्त पर ग्राम चौकड़ी पहुंची थी।
वहाँ दो संदिग्ध कारें — स्कॉर्पियो और टाटा टियागो — खड़ी मिलीं। दोनों वाहनों के शीशों पर डार्क फिल्म लगी हुई थी और नंबर प्लेट भी नहीं थी, जिससे शक गहराया।
टीम ने जब तलाशी ली तो स्कॉर्पियो में बैठे व्यक्ति अशोक कुमार पुत्र हीरालाल कुमावत (38), निवासी चौकड़ी के पास से 429 ग्राम अफीम बरामद हुई।
वहीं, टाटा टियागो कार के डैशबोर्ड से 4.51 ग्राम मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स मिला।
🚔 वाहन जब्त, आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने मौके से दोनों वाहन — स्कॉर्पियो और टाटा टियागो — सहित अफीम व एमडी ड्रग्स जब्त कर लिए।
अशोक कुमार को गिरफ्तार कर थाना लाया गया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने खुलासा किया कि दूसरा वाहन उदयपुर जिले के जैवाणा निवासी देवीलाल उर्फ देवा गाडरी और कौशल हाडा के नाम से है।
⚖️ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज
मामले में एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/18 और 22 के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच कुंवारिया थानाधिकारी उदयलाल को सौंपी गई है।
पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि यह नशे का माल कहां से लाया गया और कहां सप्लाई होना था।
🧩 ऑपरेशन सुदर्शन चक्र में तीसरी बड़ी सफलता
राजसमंद पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन सुदर्शन चक्र के तहत यह तीसरी बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
इस ऑपरेशन का उद्देश्य जिले में फैल रहे मादक पदार्थों के नेटवर्क को तोड़ना और नशे के कारोबार पर नकेल कसना है।
💬 थाना प्रभारी का बयान
थाना इंचार्ज सोनाली शर्मा ने कहा कि —
“रेलमगरा क्षेत्र में किसी भी सूरत में नशे का व्यापार नहीं चलने दिया जाएगा। यह कार्रवाई हमारी सख्त निगरानी और सूचना तंत्र का परिणाम है। आगे भी ऐसी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।”
🔍 आगे की जांच जारी
पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि मादक पदार्थों की आपूर्ति श्रृंखला में और कौन-कौन शामिल हैं।
साथ ही पुलिस यह भी जांच कर रही है कि मेफेड्रोन (एमडी) जैसी घातक सिंथेटिक ड्रग्स की आपूर्ति के स्रोत कहां से जुड़े हुए हैं।
