स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को बड़ी राहत: अब प्रीपेड के बिना भी मिलेगी सब्सिडी!

जयपुर: बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। अब स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं को बिजली इस्तेमाल करने से पहले अपने मीटर को रिचार्ज (प्रीपेड) कराना अनिवार्य नहीं होगा। केंद्र सरकार ने स्मार्ट मीटर की सब्सिडी व्यवस्था में अहम बदलाव करते हुए यह निर्णय लिया है।
नई व्यवस्था के तहत, उपभोक्ताओं को सब्सिडी की दो तिहाई राशि पहले ही मिल जाएगी, भले ही वे मीटर को प्रीपेड मोड में बदलें या नहीं। सब्सिडी की शेष एक तिहाई राशि तब जारी की जाएगी, जब उपभोक्ता अपने मीटर को प्रीपेड मोड में स्विच करेंगे।इस बदलाव से 'पहले पैसे दो, फिर बिजली लो' वाली बंदिश से फिलहाल उपभोक्ताओं को मुक्ति मिल गई है। यह कदम प्रदेश के उन लाखों बिजली उपभोक्ताओं के लिए सुकून भरा होगा, जिन्हें पहले यह चिंता थी कि प्रीपेड सिस्टम लागू होने पर उन्हें लगातार अपने मीटर रिचार्ज कराने पड़ेंगे।
आपको बता दें कि राजस्थान में सालाना लगभग 50 हजार करोड़ रुपये की बिजली बिलिंग होती है। पिछले दिनों ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने स्मार्ट मीटर को प्रीपेड करने पर ही सब्सिडी मिलने की बात कही थी, जिससे उपभोक्ताओं में कुछ आशंकाएं थीं। अब केंद्र सरकार के इस फैसले से उन आशंकाओं पर विराम लग गया है, और उपभोक्ता बिना तत्काल प्रीपेड कराए भी सब्सिडी का लाभ उठा पाएंगे।काम की धीमी गति,
नोटिस थमाया
प्रदेश में 14 हजार करोड़ के 1.43 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। अभी तक 18 लाख मीटर लग जाने चाहिए थे, लेकिन केवल 4.25 लाख लगाए जा सके हैं। इसे देखते हुए डिस्कॉम प्रबंधन पहले ही अनुबंधित कम्पनी जीनस को नोटिस थमा चुका है। कंपनी को चेताया गया कि तीन माह में सुधार नहीं हुआ तो टेंडर निरस्त कर देंगे।
