अलकनंदा में समाई बस: बदरीनाथ जाते समय हंसी-खुशी भजन-कीर्तन गा रहे थे यात्री..

अलकनंदा में समाई बस: बदरीनाथ जाते समय हंसी-खुशी भजन-कीर्तन गा रहे थे यात्री..
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बदरीनाथ हाईवे पर गुरुवार को रुद्रप्रयाग से बदरीनाथ जा रही बस घोलतीर के समीप अलकनंदा नदी में जा गिरी। जब सुबह बस वाहन में सवार सभी यात्री रुद्रप्रयाग से बदरीनाथ के लिए रवाना हुए तो उस समय कीर्तन-भजन गा रहे थे। बकायदा वह बस में साउंड सिस्टम लेकर चल रहे थे तालियां बजाते हुए कीर्तन-भजन गा रहे थे।

अलकनंदा में समाई बस: बदरीनाथ जाते समय हंसी-खुशी भजन-कीर्तन गा रहे थे यात्री..इस दौरान उनका वाहन नदी में जा गिरा। हादसे से पहले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हादसे में घायल अमिता हुई अमिता सोनी ने भी बताया था कि वह कीर्तन-भजन गाते हुए आगे बढ़ रहे थे, हादसा कैसे हुआ पता ही नहीं चला।

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वाहन में चालक और गाइड सहित कुल 20 लोग थे, जिमसें 18 लोग एक ही कुटंब-परिवार के थे और वह बदरीनाथ जा रहे थे। हादसे में अभी तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। आठ लोग घायल हैं और आठ लोग लापता चल रहे हैं। शुक्रवार को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जल पुलिस, फायर सर्विस, पुलिस, डीडीआरएफ के जवानों ने सुबह से घटनास्थल पर संयुक्त रेस्क्यू अभियान शुरू किया।राफ्ट के सहारे अलकनंदा में जिंदगियों की तलाश करते रेस्क्यू दल को रतूड़ा के समीप एक शव मिला। शव को बरामद करते हुये पुलिस के सुपुर्द किया गया। उसकी शिनाख्त संजय सोनी (55) निवासी उदयपपुर के रूप में हुई है।




वहीं, दुर्घटना में घायल हुए कुछ लोगों को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार को परिजन अस्पताल पहुंचे और उन्हें साथ ले गए। साथ ही मासूम पार्थ को चाचा के साथ उसके घर राजगढ़ भेज दिया गया। घायलों के जाने के लिए अस्पताल की ओर से एंबुलेंस की व्यवस्था मुहैया कराई गई। सीएमएस डॉ. प्रवीण कुमार ने बताया कि अस्पताल में घायल भव्य, पार्थ, भावना सोनी और अमिता सोनी अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें हल्की चोटें आईं थी और इलाज के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था।

इधर, मुंबई से रुद्रप्रयाग पहुंचे घायल अमिता सोनी के बेटे मृणाल सोनी ने बताया कि उनके साथ लोग आए हैं। पार्थ सोनी को उसके चाचा के साथ उसके घर राजगढ़ भेज दिया गया है। अन्य तीन घायल को एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया है। मृणाल ने बताया कि वह दुर्घटनास्थल पर भी गए थे और वहां से रेस्क्यू दल के साथ कई जगहों पर तलाशी की जा रही है। बताया कि नदी का जलस्तर अधिक होने के साथ ही बहाव बहुत तेज है, जिससे रेस्क्यू दल को खोज में परेशानी हो रही है।

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