दिव्यांगों के साथ मनाया विश्व दिव्यांगता दिवस
दिव्यांगों को शिक्षा व समाज की मुख्य धारा से जोडने में सतत् रूप से योगदान कर रहें दिव्यांगों के साथ मनाया विश्व दिव्यांगता दिवस। प्रमोद कुमार दशोरा मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा चित्तौडगढ ने बताया प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्व दिव्यांगता दिवस का आयोजन किया गया। हेमेन्द्र कुमार सोनी संदर्भ व्यक्ति ब्ॅैछ की नवाचारी पहल के अन्तर्गत जिले के मॉडल संदर्भ कक्ष शहीद मेजर नटवर सिंह शक्तावत राउमावि में वयस्क व सफल दिव्यांगों के साथ संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में समावेशी शिक्षा से जूडे विशेष आवश्यकात वाले बालक-बालिकाओं के सहपाठियों, उनके अभिभावक, एस्कोर्ट मे संवेदनशीलता, जागरूकता, सहयोग की भावना, विद्यालयों व समाज में समावेशी वातावरण तैयार करने के उद्देश्य से वार्ताए आदि प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम मॉं शारदे के पुजन एवं विश्व विख्यात वात्सल्य रस के कवि सुरदास एवं हेलन केलर के छाया चित्र पर हेमेन्द्र कुमार सोनी, शबीया कौसर, प्रीति तनेजा, लवदर्शन कोठारी, लक्ष्मण, डाडाम, नरेन्द्र कुमार, आदि के सानिध्य में पुष्प अर्पण के साथ आरम्भ किया गया। कार्यक्रम में संभागियों को दिव्यांगजन को शिक्षा एवं समाज की मुख्य धारा से जोडने पर विस्तार से चर्चा हुई। विशेष आवश्यकता वाले बालक-बालिकाओं का विद्यालयों में नामांकन एवं ठहराव सुनिश्चित करने के लिए राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर द्वारा संचालित समावेशी शिक्षा योजना एवं विभिन्न गतिविधियों पर हेमेन्द्र कुमार सोनी संदर्भ व्यक्ति ब्ॅैछ द्वारा विस्तार में प्रकाश डाला गया। समावेशी शिक्षा की योजना, गतिविधि के तहत चिन्हीकरण एवं अध्ययनरत विशेष आवश्यकता वाले बालक-बालिकाओं के लिए समान अवसर, अधिकारों के लिए दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 व विभिन्न प्रावधान यथा चिन्हीकरण, मेडिकल असेसमेन्ट कैम्प, विद्यालय में नामांकन एवं ठहराव हेतु विभिन्न भत्ते व कृत्रिम अंग उपकरण, सहायक सामग्री, शैक्षिक व कौशल विकास के विभिन्न प्रशिक्षण, पुनर्वास सेवाऐं, सम्बलन, खेलकूद व अन्तर जिला भ्रमण के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सफल दिव्यांगजन से इन बालक-बालिकाओं को शिक्षा एवं समाज की मुख्यधारा से जोडनें उन्हे सम्बलन व सहयोग प्रदान करने के लिए मिशन मोड पर योगदान की आशा भी व्यक्त की।