सुशासन सप्ताह के दौरान किए जा रहे नवाचार के तहत आंगनबाड़ी केंद्र का बदला स्वरूप
चित्तौड़गढ़, । जिला कलक्टर आलोक रंजन द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग में सुशासन सप्ताह के दौरान किए जा रहे नवाचार के तहत आंगनवाडी केन्द्र का स्वरूप बदला।
उपनिदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग नंद लाल मेघवाल ने बताया की जिले को 25 नवीन आंगनवाडी केन्द्रो की स्वीकृति प्राप्त हुई है। चित्तौड़गढ़ शहर परियोजना में मधुवन सैंती एवं भोई खेडा दो नवीन केन्द्र संचालित करने हेतु स्थान चयन किया गया। भोईखेडा आंगनवाडी केन्द्र के लिए बहुत समय से बन्द पडे विद्यालय भवन का चयन किया गया। कलक्टर ने दोनों केंद्रों को मॉडल केंद्रों के रूप में विकसित कर संचालन करने के लिए मधुवन सैंती केंद्र सामुदायिक भवन को नंद घर योजनान्तर्गत नंद घर में विकसित करने हेतु स्वीकृति प्रदान करवाई।
उन्होंने बताया कि भोईखेडा आंगनवाडी केन्द्र के लिए बन्द पडे विद्यालय भवन को खुलवाकर सीएसआर के तहत बिरला सीमेंट वर्क्स एवं ग्राम वासियों के सहयोग से भवन की सफाई का कार्य करवाया गया। सफाई के पश्चात् बिरला सिमेन्ट वर्क्स के सहयोग से बाला पेंटिंग, कलर, खिलौने एवं अन्य सामग्री उपलब्ध करवाई गई। गॉव में प्रवेश करते ही के बच्चों को एक सुन्दर आंगनवाडी केन्द्र मिला जहॉ भवन के बाहर एवं अंदर खेल मैदान में गंदगी फैली रहती थी वहॉ आज सभी को आकर्षित करने वाली बाला पेंटिंग से सजी दीवारें गॉव के बच्चों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है।