प्रदेश ने किरकिरी होने के बावजूद क्या सत्ता के दबाव में कार्य कर रहे सक्षम अधिकारी?

निम्बाहेड़ा नगर परिषद निम्बाहेड़ा द्वारा आज 19 मई को विभिन्न अखबारों के माध्यम से नवगठित 45 वार्डो का परिसीमन प्रस्तुत किया गया है परंतु इस अधिसूचना में निम्बाहेड़ा नगर परिषद ने वार्डों की अनुमानित जनसंख्या, लिंगानुपात, वार्ड आरक्षण हेतु आवश्यक अनुसूचित जाति/जनजाति की आबादी के प्रतिशत सहित प्रस्तावित वार्डों के नक्शे प्रस्तुत नहीं किए हैं जो सक्षम अधिकारियों की मंशा को पुनः संदेह के घेरे में लाता है।
नगर कांग्रेस अध्यक्ष बंशीलाल राईवाल ने बताया कि पूर्व में नगर परिषद द्वारा 60 वार्डो का गठन कर प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे थे जिसे राज्य सरकार ने अस्वीकार करते हुए केवल 45 वार्ड गठित करने के निर्देश दिए थे जिससे निम्बाहेड़ा नगर परिषद एवं सक्षम अधिकारियों की संपूर्ण राजस्थान में फजीहत हुई थी, परंतु लगता है कि सक्षम अधिकारियों ने इससे कुछ नहीं सीखा और आज 19 में को विभिन्न अखबारों के माध्यम से नव गठित 45 वार्डों की अधिसूचना जारी की गई है परंतु इस अधिसूचना में ना तो आपत्ति दर्ज करवाने की अंतिम तारीख का विवरण है और ना ही वार्ड गठन करने हेतु प्रत्येक वार्ड में सृजित किए गए सांख्यिकी ब्लॉक का विवरण दिया गया है। इसी क्रम में नगर परिषद द्वारा सभी 45 वार्डों की अनुमानित जनसंख्या का भी विवरण नहीं दिया है जो कि सक्षम अधिकारियों पर राजनीतिक दबाव एवं उनकी मंशा पर सवाल खड़े करता है।
निवर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष सुभाषचंद्र शारदा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा परिसीमन हेतु जारी अधिसूचना में स्पष्ट किया गया था की नगरीय निकायों को परिसीमन प्रस्तुत करने के साथ-साथ विभिन्न आंकड़े भी जारी करने आवश्यक हैं जिसमें वार्डो की अनुमानित आबादी के साथ साथ नवसृजित वार्ड में अनुसूचित जाति एवं जनजाति की जनसंख्या स्पष्ट करना, लिंगानुपात दर्शाना सहित विभिन्न आवश्यक निर्देश दिए गए थे परंतु निम्बाहेड़ा नगर परिषद द्वारा आज प्रस्तुत परिसीमन में किसी भी निर्देश की पालना नहीं की गई है जो सक्षम अधिकारियों के सत्ताधारी दल के दबाव में कार्य करने को साफ दर्शाता है। यह परिसीमन प्रक्रिया स्वस्थ निर्वाचन प्रतिस्पर्धा के तो विरुद्ध है ही, साथ ही सरकारी आदेशों की अवहेलना भी है। कांग्रेस पार्टी ने कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है कि सभी 45 वार्डों में जनता की राय लेकर आपत्तियां सृजित की जाए ताकि जनता के हितों के साथ कुठाराघात ना हो।
पूर्व विधानसभा युवा कांग्रेस अध्यक्ष एवं निवर्तमान पार्षद रविप्रकाश सोनी ने बताया कि नगर परिषद द्वारा प्रस्तुत किए गए परिसीमन से जनता में एक बार पुनः भ्रम उत्पन्न हो रहा है क्योंकि नगर परिषद ने कोई भी आवश्यक आंकड़े जारी नहीं किए हैं, साथ ही पुराने शहरी क्षेत्र को सघन आबादी होने के बावजूद बड़े-बड़े वार्डों में बांटा गया है एवं नव विकसित कॉलोनीयों को छोटे-छोटे वार्डों में बांटा गया है जो की सत्ताधारी दल को लाभ देने की मंशा स्पष्ट करता है। साथ ही सत्ताधारी दल के कुछ नेताओं को विशेष लाभ देने की मंशा से बिना मानदंडों का ध्यान रखें नेताओं की सुविधा अनुसार बेतुके वार्डो का भी गठन किया गया है जो लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत है।
नगर कांग्रेस अध्यक्ष बंशीलाल राईवाल ने बताया कि कांग्रेस पार्टी जनता की आवाज बनते हुए सभी 45 वार्डों ने कार्यकर्ताओं के माध्यम से जनता से चर्चा के उपरांत आपत्तियां सृजित कर सक्षम अधिकारियों को प्रस्तुत करेगी ताकि जनता के हितों के साथ कुठाराघात ना हो व एक स्वस्थ एवं लोकतांत्रिक निर्वाचन प्रक्रिया के तहत जनप्रतिनिधियों का निर्वाचन सुनिश्चित हो सके।