वन्दे गंगा जल संरक्षण जन अभियान एवं विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत कृषक संगोष्ठी, कार्यशालाएं आयोजित

वन्दे गंगा जल संरक्षण जन अभियान एवं विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत कृषक संगोष्ठी, कार्यशालाएं आयोजित
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चित्तौड़गढ़ । कृषि, उद्यान विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में वन्दे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान तथा विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत बुधवार को बड़ीसादड़ी पंचायत समिति के बोरखेडा, आर.सी. खेड़ा एवं गुंदलपुर ग्रामों में कृषक संगोष्ठी एवं कृषि शिक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुल 720 किसान एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. रतनलाल सोलंकी ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य कृषकों को खरीफ फसलों के संबंध में वैज्ञानिक सलाह प्रदान करना तथा उनकी समस्याओं का समाधान करना है। किसानों को उन्नत बीजों की उपलब्धता, रोग नियंत्रण, खरपतवार प्रबंधन तथा जैविक खेती की तकनीकों पर जानकारी दी गई।

कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आर.एस. मीणा, संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार दिनेश जागा, संयुक्त निदेशक उद्यान महेश चंद्र चेजारा, उप निदेशक उद्यान डॉ. एस.एल. जाट, सहायक निदेशक मुकेश धाकड़, कृषि अधिकारी ज्योति प्रकाश सिरोया, कृषि पर्यवेक्षक एवं तकनीकी सहायकगण, इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक मुकेश आमेटा, सरपंच रामचंद्र मीणा, एवं अन्य अधिकारियों ने सहभागिता कर कृषकों से संवाद किया।

डॉ. मीणा ने किसानों को रोग प्रबंधन में जैविक उपायों पर बल देते हुए रसायनों के अनावश्यक उपयोग को रोकने की सलाह दी।

दिनेश जागा ने किसानों को खरीफ फसलों की उन्नत तकनीक, प्राकृतिक खेती, ड्रोन उपयोग, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, एवं पशुपालन उत्पादक संगठन की जानकारी दी।

महेश चेजारा ने किसानों को सब्जियों और उद्यानिकी फसलों को अपनाने की सलाह दी। डॉ. एस.एल. जाट ने कृषि यंत्रों पर अनुदान, फार्म पॉन्ड, सोलर सिस्टम, पाइपलाइन, फव्वारा प्रणाली, बुंद-बुंद सिंचाई, और बागवानी सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी।

इस दौरान प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत 1,466 कृषकों को ₹183 लाख की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई।

वन्दे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के अंतर्गत 131 कृषक गोष्ठियों का आयोजन कर 6,562 कृषकों को लाभान्वित किया गया। गुंदलपुर ग्राम में कृषि ड्रोन का प्रदर्शन भी किया गया, जिससे किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक से अवगत कराया गया।

यह अभियान कृषि क्षेत्र को उन्नत बनाने, जल संरक्षण को बढ़ावा देने एवं किसानों को योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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