पूजा-अर्चना के बाद धमाणा तालाब का गेट खोला, कपासन तालाब में पानी की आवक शुरू, गूंजे सांवरियासेठ और रणछोड़नाथ के जयकारे

भूपालसागर। धमाणा तालाब का गेट सोमवार सुबह विधिवत पूजा-अर्चना के बाद खोला गया। गेट खुलते ही पानी कपासन तालाब की ओर बहना शुरू हो गया, जिससे क्षेत्र के किसानों और ग्रामीणों के चेहरों पर खुशी झलक उठी। तालाब के गेट खोलने के दौरान रणछोड़नाथ मंदिर में विशेष पूजा हुई, ठाकुरजी को साफा पहनाकर विधिवत आरती उतारी गई। ढोल-नगाड़ों की गूंज और "सांवरियासेठ की जय", "रणछोड़नाथ की जय" के नारों से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया।
इस अवसर पर कपासन के पूर्व विधायक एवं चित्तौड़गढ़ भूमि विकास बैंक अध्यक्ष बद्रीलाल जाट सिंहपुर ने कहा कि मातृकुंडिया और बीसलपुर डेम के भरने के बाद बनास का पानी पहले व्यर्थ बह जाता था, लेकिन जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों के सहयोग से इसे कपासन तालाब की ओर मोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि जीतावास, रेलमगरा, खडबामणिया, गिलूंड और आसपास के क्षेत्रों में पंच-पटेलों और ग्रामीणों के सहयोग से फीडरों में आए अवरोध हटाए गए। यहां तक कि बनास में नया कृत्रिम धारा बनाकर पानी डायवर्ट करने का कार्य भी स्थानीय लोगों और प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से पूरा किया गया।
पूर्व विधायक जाट ने कहा कि यह प्रयास किसानों के लिए संजीवनी साबित होगा। कपासन तालाब भरने से सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध रहेगा और आसपास के खाली जलाशयों में भी पानी की आवक हो चुकी है। उन्होंने इस कार्य में सहयोग देने वाले राजसमंद और चित्तौड़गढ़ जिले के सभी जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों का आभार जताया।
इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष शंभूलाल जाट, दिनेश पाराशर, पुष्पा वैष्णव, रतननाथ, भागीरथ चंदेल, भैरू, पूर्व सरपंच कालू जाट, सुनील, सुरेश, ओमप्रकाश, भरत, गिरधारी पटेल सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
