मेवाड़ विश्वविद्यालय में स्कॉलरशिप स्कीम की डेट बढ़कर हुई 14 अगस्त

चित्तौड़गढ़। मेवाड़ विश्वविद्यालय अपनी स्थापना के समय से ही ध्येय वाक्य ‘पुअर टू पुअरस्ट’ और ‘रीच्ड टू अनरीच्ड’ तक पहुंच बनाकर वंचितों को शिक्षा से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी के तहत मेवाड़ विश्वविद्यालय और मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन ने देश भर के 100 गरीब विद्यार्थियों को बेहतर हायर एजुकेशन देने के उद्देश्य से विभिन्न कोर्सेस में शत-प्रतिशत स्कॉलरशिप प्रोग्राम शुरु किए हुए है।

पहले चरण में स्टूडेंट्स के काफी अच्छे रिस्पांस को ध्यान में रखते हुए रजिस्ट्रेशन की तिथि बढ़ाकर 14 अगस्त कर दी गई है और ऑनलाइन परीक्षा तिथि 17 अगस्त निर्धारित की गई है। इस स्कीम का फायदा उठाने के लिए छात्रों को मेवाड़ विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.mewaruniversity.org पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा । यह स्कॉलरशिप स्कीम बीटेक, बीबीए-एमबीए (एकीकृत), बीएचएम, बीफॉर्मा, बीएससी (एग्रीकल्चर), बीएमएलटी, बीआरआईटी, बीओटीटी, बीओटी, बीपीटीए बीए-एलएलबी, बीबीए-एलएलबी आदि पाठ्यक्रमों के लिए मान्य होगी।

इस स्कॉलरशिप स्कीम का लाभ जवाहर नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय, विद्याभारती, डीएवी स्कूल और दूसरे बोर्ड के स्कूलों में 12 वीं पास विद्यार्थियों को मिलेगा। इसमें ट्यूशन फीस (पंजीकरण शुल्क, परीक्षा शुल्क) और छात्रावास शुल्क (मेस समेत) का 50 प्रतिशत मेवाड़ विश्वविद्यालय द्वारा वहन किया जाएगा और शेष 50 प्रतिशत फीस मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन द्वारा विद्यार्थियों को प्रदान की जाएगी।

इस स्कॉलरशिप स्कीम का फायदा उठाने के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय, डीएवी, विद्या भारती में पढ़ाई करने वाले 12 वीं पास विद्यार्थियों को 80 प्रतिशत या उससे अधिक जबकि अन्य स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के 85 प्रतिशत या उससे अधिक अंक होना अनिवार्य है। इसके अलावा 12वीं पास उन्हीं विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा जो आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के तबके से आते है। संबंधित विद्यार्थियों को डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट द्वारा पारित ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट रजिस्ट्रेशन के समय जमा करना होगा। विद्यार्थियों को ऑनलाइन एंट्रेस एग्जाम पास करना अनिवार्य होगा जिसमें मिले अंक और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर उनका चयन होगा। मेवाड़ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आलोक मिश्रा का कहना है कि विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की पढ़ाई से लेकर अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों समेत सभी पक्षों पर कार्य करते हुए उनका सर्वांगीण विकास किया जाता है। ऐसे में इस स्कॉलरशिप स्कीम के माध्यम से पात्र विद्यार्थियों को काफी लाभ पहुंचेगा।

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