9 वें स्थान पर चित्तौड़गढ़
चित्तौड़गढ़, । सतत विकास के लक्ष्य-2030 को साकार करने के उद्देश्य से जिला स्तरीय एसडीजी क्रियान्वयन एवं मॉनिटरिंग समिति की बैठक अतिरिक्त जिला कलक्टर रामचंद्र खटीक की अध्यक्षता में ग्रामीण विकास सभागार जिला परिषद चित्तौड़गढ़ में आयोजित की गई।
बैठक में लैंगिक समानता, स्वस्थ जीवन एवं आरोग्य, शांति न्याय और सुदृढ़ संस्थान आदि लक्ष्यों पर संबंधित विभागों से चर्चा करते हुए जिले में लैंगिक असमानता का अनुपात कम करने, विद्यार्थियों के ड्रॉप आउट अनुपात को कम करने, महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध को कम करने, तथा परिवार नियोजन की आधुनिक प्रणाली को बढ़ावा देने के बारे में चर्चा की गई।
आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग उपनिदेशक सबनम खोरवाल ने सतत विकास के लक्ष्यों का परिचय करवाते हुए बताया कि सतत विकास के लक्ष्य का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2030 तक दुनिया भर से गरीबी को समाप्त कर सभी नागरिकों को एकसमान, सुरक्षित एवं उत्कृष्ट जीवन देना है।
सांख्यिकी अधिकारी राजेंद्र खटीक एवं सहायक सहायक सांख्यिकी अधिकारी ललित कुमार मीणा ने सतत विकास के लक्ष्य के जिले में लागू 14 गोल्स एवं 83 बिंदुओं के बारे में बताया। सितंबर 2015 में संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों द्वारा एक महत्वाकांक्षी एजेंडा ट्रांसफॉर्मिंग अवरवर्ल्ड वर्ष 2030 सतत विकास लक्ष्य अपनाया गया। इसमें आमजन पृथ्वी समृद्धि शांति एवं भागीदारी को केंद्र में रखकर एक निश्चित कार्य योजना बनाकर गरीबी को उसके सभी आयामों में सभी जगह से समाप्त करना है ताकि कोई पीछे नहीं रहे।
बैठक में एडीएम ने जिले की 9वीं रैंक आने पर सभी भागीदार विभागों की सराहना की तथा आगामी वर्ष 2025 में रैंक सुधारने हेतु पिछड़े गोल्स में सुधार करने हेतु कार्ययोजना बनाकर कार्य करने के निर्देशन प्रदान किए।