गायों के उपचार हेतु आधुनिक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला कलेक्टर व आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
चित्तौडगढ़ । ग्रामवासीयान मानपुरा के निवासीयों ने वर्तमान मे चितौडगढ से गायों के उपचार हेतु ग्राम मानपुरा मे किसी भी प्रकार क संसाधन उपलब्ध नही हैं।
कई बार चित्तौडगढ के पास मानपुरा रोड पर आवारा गाये खडी रहती है एवं रात के समय वाहन चालकों द्वारा जबरदस्ती अंधेरा होने के कारण गायों का एक्सीडेन्ट/दुर्घटना हो जाती है जिस कारण मौके पर नगर परिषद चित्तौडगढ द्वारा किसी भी प्रकार का केाई संसाधन उपलब्ध नही होता है।
हमारे द्वारा कई बार फोन करने पर हमें कहते है कि हमारे सर्कल मे नही है व हमारा वाहन चित्तौडगढ शहर से मात्र 3 किमी. तक ही आ पाता है आगे आप स्वंय के वाहन से लेकर आ जाए।
कई बार गायों का एवं आवारा पशुओं का एक्सीडेन्ट होने के बाद भी मौके पर किसी भी प्रकार का नगर परिषद चित्तौडगढ द्वारा वाहन नही भेजा जाता है व वर्तमान मे चित्तौडगढ शहर नजदीक होने के कारण आस पास के इलाकों मे गाये रात के समय रोड पर बैठी रहती है एवं इस कारण चित्तौडग़ढ शहर से छोटे छोटे गांवो की आबादी करीब 10 किमी. के दायरे मे होती है फिर भी नगर पालिका चित्तौडगढ द्वारा मौके पर अपना वाहन नही भेजा जाता हैं।
27 सितम्बर की रात्री को भी एक अज्ञात वाहन द्वारा गाय को टक्कर लगा दी गयी जिसका पैर टूट गया एवं मौके पर खून बिखरा हुआ है जो हमारे द्वारा नगर परिषद चित्तौडगढ मे वाहन भेजने हेतु फोन किया पर अभी तक किसी भी प्रकार का कोई वाहन नही आया जिससे आमजन मे आक्रोश का माहोल है।
चित्तौडगढ शहर के 10 किमी. के दायरे मे गायों की सुरक्षा हेतु संसाधन प्राथमिक डॉक्टर उपचार व वाहन उपलब्ध कराया जावें एवं मौके पर अतिशीघ्र वाहन भिजवाये जाने का 24 घंटे उपलब्ध करवाये जाने का आदेश प्रदान करावें।
ज्ञापन सौपते समय धर्मेश भारती, मोनू गुर्जर, किशन भोई, लखन लोधा, अजु्रन, रोहित सिंह, प्रशान्त गिरी, नारायण, बबलुपुरी , नारायण, प्रितम माली, रवि भोई, काकूल भोई , रवि भोई, राहुल प्रजापत, चांदमल, देवीलाल, कुन्दन सिंह, राहुल सालवी, काना सालवी, करण रावत आदि मौजूद थे।