एक माह पहले मांडल के युवक की मौत, अब परिजनो ने मुआवजे की मांग को लेकर किया जिंक पर प्रदर्शन, समझौते के बाद विवाद निपटा
चित्तौड़गढ़/भीलवाड़ा। भीलवाड़ा जिले के मांडल के रहने वाले एक युवक की एक महीने पहले हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड चंदेरिया में हेल्पर का काम करने वाले की मौत हो गई थी, जिसको लेकर मृतक के परिजन और रिश्तेदारों में शुक्रवार को जिंक गेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया। कोई घंटे के प्रदर्शन और संदेश के बाद समझौता पर सहमति बने के पश्चात धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया।
बताया गया मांडल, भीलवाड़ा निवासी श्रवण सिंह राणावत (48) पिछले 17 सालों से हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की ठेकेदार कंपनी एसएस कंपनी में हेल्पर का काम कर रजा था। एक महीने पहले हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, चंदेरिया में काम करने वाले हेल्पर की मौत हो गई थी, जिसको लेकर आज जिंक गेट के बाहर मृतक के परिजन और रिश्तेदारों में धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि लगातार ओवर टाइम करने के कारण उनकी तबीयत बिगड़ी और बाद में मौत हो गई। परिजनों ने मृतक के छोटे बेटे को उनके एजुकेशन के हिसाब से नौकरी देने और 25 लाख रुपए का मुआवजे की मांग की है।
जिंक प्रशासन और मृतक के परिजनों के बीच 12 घंटे की बातचीत के बाद समझौता हो गया। मौके पर पुलिस जाब्ता भी मौजूद रहा। इस प्रदर्शन के दौरान जिंक गेट को बंद कर दिया गया जिसके कारण ड्यूटी पर आए कर्मचारी भी अंदर नहीं जा पाए।
हेल्पर के तौर पर परमानेंट कर्मचारी थे।
यहां काम करने के दौरान हुए चंदेरिया में ही रहते थे। 18 जून को लगातार 16 घंटे काम करने के कारण उनकी तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद उन्हें चित्तौड़गढ़ के जिला हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया। तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण उन्हें तुरंत अहमदाबाद हॉस्पिटल भर्ती करवाया गया। जहां उन्होंने 8 जुलाई को आखरी सांस ली बताया गया 20 लख रुपए और नौकरी पर सहमति बनी है