घायल प्रवासी पक्षी राजहंस को रेस्क्यू कर बचाया

चित्तौड़गढ़ |जलधारा विकास संस्थान के अध्यक्ष महेश चंद्र नवहाल ने शास्त्रीनगर के बी 365 में महावीर प्रसाद जैन के घर समाज सेवी कमला देवी चौधरी के द्रारा घायल होकर उड़ नहीं पाने को देख कर वन विभाग की टीम को सूचित कर रेस्क्यू किया। राजहंस के पंखों के किनारे पर घाव होने के कारण यह उड़ नहीं पा रहा था। वन विभाग के अधिकारी सोहनलाल मौके पर पहुंचे एवं राजहंस को रेस्क्यू करके ले गए ।
राजहंस ग्रेलेग गूज (राजहंस) प्रवासी पक्षियों की वह प्रजाति है जो साइबेरिया से उड़ कर आती है। इसकी उड़ने की क्षमता विलक्षण है। यह एवरेस्ट के ऊपर उडता देखा गया है । यह पक्षी शाकाहारी है। तालाबों में तैरता है परंतु तालाब से बाहर जाकर उगी हुयी नर्म घास की जडे खाता है ।आसपास के खेतों में जाकर छोटे-छोटे उगे हुए पौधे उसके पत्ते , जड़ आदि का खाता है। लाल चोंच व लाल पैरों वाला साइबेरिया का यह पक्षी हमारे यहां आकर हमारी जैव विविधता एवं पर्यावरण को समृद्ध करता है।
