बाल विवाह रोकथाम को लेकर मस्जिद और विद्यालय में जागरूकता व शपथ कार्यक्रम

चित्तौड़गढ़, । जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के उद्देश्य से बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत युवाओं, विद्यार्थियों एवं आमजन में जागरूकता लाने हेतु ग्रामों एवं विद्यालयों में जन जागरूकता एवं शपथ कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि गांव-ढाणी एवं दूरदराज क्षेत्रों में भी किसी प्रकार का बाल विवाह न हो सके।
बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक ओम प्रकाश तोषनीवाल ने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देशानुसार जिले में संचालित 100 दिवसीय अभियान के तहत बाल अधिकारिता विभाग एवं शिक्षा विभाग द्वारा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, ओरडी में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान अध्यापिका प्राची व्यास ने विद्यार्थियों को बाल विवाह के दुष्परिणामों की जानकारी दी तथा सभी को बाल विवाह निषेध की शपथ दिलाई। बच्चों को यह भी बताया गया कि बाल विवाह न केवल सामाजिक बुराई है, बल्कि यह कानूनन अपराध भी है।
कार्यक्रम में चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के जिला समन्वयक द्वारा विद्यार्थियों को अवगत कराया गया कि बाल विवाह को रोकने के लिए 1098 पर सूचना दी जा सकती है तथा सूचना देने वाले की पहचान पूर्णतः गोपनीय रखी जाती है।
इसी क्रम में विभाग एवं चाइल्ड हेल्पलाइन, चित्तौड़गढ़ द्वारा पंचवटी सेंथी स्थित मंदिना मस्जिद में भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। मस्जिद सदर द्वारा उपस्थित नमाजियों को संबोधित करते हुए बच्चों का विवाह कानूनी रूप से निर्धारित आयु से पूर्व न करने का संदेश दिया गया तथा समाज से इस कुप्रथा के उन्मूलन में सहयोग का आह्वान किया गया।
विद्यालय एवं मस्जिद में आयोजित कार्यक्रमों में शिक्षकगण, चाइल्ड हेल्पलाइन स्टाफ, सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने बाल विवाह मुक्त समाज के निर्माण के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
