दादा गुरूदेव राजेंद्र सुरि की चित्र प्रदर्शनी रथ यात्रा निम्बाहेड़ा पहुंची

निम्बाहेड़ा ।प्रातः स्मरणीय दादा गुरूदेव श्रीमद् विजय राजेंद्र सुरिश्वर जी महाराज की 200 वीं जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में आयोजित चित्र प्रदर्शनी रथ यात्रा का शुक्रवार को राजस्थान-मध्यप्रदेश की संगम स्थली एवं मेवाड़ क्षेत्र के औद्योगिक नगर निम्बाहेड़ा में मंगल आगमन हुआ।
मुनिराज डॉ. लाभेश विजय महाराज के निर्देशन तथा राज राजेंद्र सुरि जैन प्रतिष्ठान, गुरुधाम पुणे के तत्वावधान में आयोजित इस रथ यात्रा का समाजजनों ने अगवानी कर भावभीना स्वागत एवं अभिनंदन किया।
चित्र प्रदर्शनी का हुआ शुभारंभ
राजेंद्र सुरि ज्ञान मंदिर में आयोजित चित्र प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह में पूर्व विधायक अशोक नवलखा ने कहा कि दादा गुरूदेव के हस्तनिर्मित 421 दुर्लभ चित्रों की यह प्रदर्शनी गाँव-गाँव, शहर-शहर पहुंचकर गुरूदेव के सिद्धांतों, आदर्शों एवं विचारों का व्यापक प्रचार-प्रसार कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी के सभी चित्र अत्यंत मनोभाव से निर्मित हैं और प्रत्येक चित्र अपने सौंदर्य एवं आध्यात्मिक संदेश से मन मोह लेने वाला है। यह रथ यात्रा सभी गुरु-भक्तों के लिए गौरव और प्रेरणा के स्मरणीय पल लेकर आई है।
सकल संघ की साक्षी में हुआ उद्घाटन
इससे पूर्व चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ संघ संरक्षक ललित पारख, समाजसेवी डॉ. जे.एम. जैन तथा संघ अध्यक्ष मनीष बाबेल द्वारा सकल संघ की साक्षी में किया गया। तत्पश्चात सामूहिक दीप प्रज्वलन, हार अर्पण एवं आरती से कार्यक्रम की मंगल शुरुआत हुई।
