आपात परिस्थितियों को लेकर जिला कलक्टर एवं एसपी ने ली वीसी के माध्यम से अधिकारियों की बैठक

चित्तौडग़ढ़। राज्य सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी की अनुपालना सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शनिवार को जिला कलक्टर आलोक रंजन एवं जिला पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में डीओआईटी में वीसी के माध्यम से जिले के समस्त उपखण्ड अधिकारी, अधिशासी अधिकारी एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियो के साथ आयोजित की गई। वीसी के माध्यम से जिला कलक्टर ने आपदा के इस संबंध में सभी आवश्यक संसाधनों को जुटाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में वॉलिंटियर की सूची बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में ऐसे लोगों का ग्रुप बनाएं जो आवश्यक सूचना निचले स्तर तक पहुंचा सके।
उन्होंने विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह हर एक ग्राम पंचायत में एक सायरन की व्यवस्था से निश्चित करें ताकि ग्रामीणों को आपदा के समय सजग किया जा सके।
उन्होंने सभी अधिकारीयों को रात में अपने-अपने क्षेत्र का भ्रमण कर आमजन से संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में सूचनाएं सरपंचों व ग्राम स्तर के प्रतिनिधियों के माध्यम से आमजन तक पहुंचाई जाएगी। ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए जाए जो जिला स्तरीय कंट्रोल रूम से सतत संपर्क में रहें। इससे किसी भी सूचना का आदान प्रदान निर्बाध हो सकेगा। सीएलजी की बैठकें आयोजित करें। प्रत्येक क्षेत्र का सिविल डिफेन्स प्लान अपडेट रखें।
उन्होंने कहा कि ब्लैकआउट की स्थिति के लिए आमजन को पहले से जागरूक किया जाए। पूर्व में किए गए मॉक ड्रिल एवं ब्लैक आउट के अनुभव का उपयोग लें। समाज के प्रतिनिधियों तथा प्रभावशाली नागरिकों के सहयोग से इसकी पालना कराई जाए।
आपातकालीन परिस्थितियों में नागरिकों के लिए सुरक्षित आश्रय स्थल के रूप में उपयोग किए जा सकने वाले भवनों की पहचान सुनिश्चित करें। साथ ही खाद्य सामग्री अथवा आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी एवं कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी द्वारा निर्देशित किया गया कि पुलिस गश्त तथा निगरानी बढ़ाई जाए। क्षेत्र में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। संवेदनशील स्थानों और व्यक्तियों की निगरानी के लिए विशेष व्यवस्था की जाए तथा सभी सीसीटीवी कैमरों की स्थिति की जांच की जाए। खराब कैमरे शीघ्र दुरुस्त करवाए जाए। विशेष स्थानों पर आवश्यकतानुसार नाकाबंदी निर्धारित मानदण्डों एवं उपकरणों के साथ करना सुनिश्चित करें। संवेदनशील स्थलों के प्रबंधकों के साथ सूचनाएं साझा करते रहें।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर निगरानी रखते हुए देश की एकता, अखंडता या सामाजिक सौहार्द को प्रभावित करने वाली किसी भी पोस्ट पर त्वरित कार्रवाई की जाए। सोशल मिडीया की निगरानी के लिए थाना स्तर पर कम से कम दो व्यक्तियों को लगाए। आमजन ऎसी शिकायतें जिला कंट्रोल रूम में दर्ज करवा सकते हैं। नागरिकों से समझाइश करे कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह में न आएं। भयभीत न हों और शांतिपूर्वक एवं सतर्कता से प्रशासन का सहयोग करें। संदिग्ध नम्बरों से आए टेलीफोन कॉल को अटेण्ड करने से बचना चाहिए
अतिरिक्त जिला कलक्टर विनोद मल्होत्रा ने कहां कि सिविल डिफेंस प्लान की कार्य योजना एक ही जगह एकत्रित हो ताकि प्लान में किसी तरह की कमी ना हो और सिविल डिफेंस प्लान की कार्य योजना अच्छी तरह तैयार की जा सके।
इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय पाठक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह, उपखण्ड अधिकारी बीनू देवल, नगर विकास न्यास के सचिव कैलाश गुर्जर, संबंधित थाना अधिकारी उपस्थित रहें एवं उपखंड अधिकारी, नगर पालिकाओं के अधिशासी अधिकारी एवं पंचायत समिति के विकास अधिकारी वी.सी. के माध्यम से जुड़े।