हार्ट अटैक और लकवा जैसी गंभीर बीमारियों से बचना है तो अभी से संभलें — डॉ. गुप्ता

चित्तौड़गढ़ — हार्ट अटैक और लकवा जैसी गंभीर बीमारियों पर नियंत्रण के लिए लोगों को अब से ही सतर्क रहना होगा। सामुदायिक स्वास्थ्य वैज्ञानिक डॉ. नरेंद्र गुप्ता ने कहा कि उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी बीमारियां धीरे-धीरे शरीर को कमजोर करती हैं, और समय पर जांच न करवाने से जान का खतरा बढ़ जाता है।
गैर-संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए प्रयास संस्था द्वारा सामाजिक सुरक्षा परियोजना अंतर्गत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के समन्वय में जिले के चित्तौड़गढ़, सादड़ी और निकटवर्ती ग्राम पंचायतों घटियावली, उदपुरा, नेतावल पाछली और एराल में 6 से 15 नवम्बर तक निःशुल्क बीपी और शुगर जांच शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम समन्वयक रामेश्वर लाल शर्मा ने बताया कि इन शिविरों में 30 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच की जा रही है ताकि गैर-संचारी रोगों का समय रहते पता लगाया जा सके। शिविरों में गांवों के जनप्रतिनिधि, शिक्षित नागरिक और महिलाएं भी सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं।
डॉ. गुप्ता ने कहा कि आजकल ग्रामीण क्षेत्रों में बीपी और शुगर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इन बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति को कभी भी लकवा या हार्ट अटैक हो सकता है। यदि लोग समय रहते सतर्क हो जाएं, तो इन चुपचाप फैलने वाली बीमारियों को रोका जा सकता है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि शराब, तंबाकू, गुटखा, खुले मसाले और जंक फूड से दूरी बनाए रखें। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें, घर के बने मसाले और कम नमक का उपयोग करें तथा संतुलित आहार लें। यही कदम एक स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कुंजी हैं।
स्वास्थ्य जांच शिविरों में आशा सहयोगिनी, एएनएम, सीएचओ और प्रयास संस्था के कार्यकर्ता सक्रिय रूप से सहयोग कर रहे हैं, जिनमें माधव लाल मेघवाल, रामचंद्र भील और जन अधिकार प्रहरी दल के सदस्य शामिल हैं।
