JICA टीम द्वारा प्रक्षेत्र भ्रमण एवं किसान संगोष्ठी
चित्तौड़गढ़। Japan International Cooperation Agency (JICA) द्वारा वित्त पोषित राजस्थान जल क्षेत्र आजीविका सुधार परियोजना (RWSLIP) अन्तर्गत स्मॉल होल्डर होर्टीकल्चर एम्पॉवरमेंट एवं प्रमोशन (SHEP) अवधारणा आधारित विषय पर गाँव बड़वाई, ग्रा.प. मुरला, प.स. भूपालसागर मे मंगलवार को संगोष्ठी का आयोजन किया गया। दिल्ली, JICA से डॉ उमेश बाबु द्वारा प्रगतिशील महिला एवं पुरुष किसानो से वैज्ञानिक विधि एवं उन्नत तकनीकि से सब्जी उत्पादन के सम्बन्ध मे चर्चा की गई। शेप अवधारणा अनुसार बाजार उन्मुख कृषि करना जिसमे किसानो का दृष्टिकोण "उगाओ और बेचो" से "बेचने के लिये उगाओ" मे बदलना है।
चितौडगढ़ उद्यान विभाग से उप निदेशक डॉ. शंकर लाल जाट द्वारा कृषि एवं उद्यान विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओ की विस्तृत जानकारी दी। उन्होने बताया की RWSLIP अन्तर्गत उद्यानिकी गतिविधियो जैसे ड्रिप संयत्र, मिनी स्प्रिंकलर, स्प्रिंकलर, मल्चिंग, लॉ-टनल, प्रशिक्षण, प्रदर्शन, वर्मीबेड, एवं सोलर पम्प ईत्यादि पर अनुदान, तकनिकी जानकारी एवं उन्नत कृषि, उद्यानिकी एवं पशुपालन के लिए किसानो को प्रेरित किया।
संगोष्ठी के आयोजन पश्चात टीम द्वारा परियोजना अन्र्तगत प्रगतिशील किसान भैरूराम जटिया के यहां अपनाई रही विभिन्न गतिविधियो का निरिक्षण एवं भ्रमण किया। टीम मे जयपुर से उप निदेशक उद्यान डॉ पन्ना लाल जाट, PMC जयपुर, TL (RWSLIP), पन्तलू, FVC एक्सपर्ट राम किशोर सिंह चितौडगढ़, PMC से RME प्रमोद माथुर, TA जेण्डर अनिता सोमरा, वरिष्ठ कृषि पर्यवेक्षक सतेंन्द्र गौड, कृषि पर्यवेक्षक अनिल भावरिया, कोस्तुब यादव, विष्णु मेनारिया एवं राजीविका से रेखा एवं रीना तथा अर्पण सेवा संस्थान से मुकेश शर्मा, मनिष शर्मा, दिपेश मोहन शर्मा, नविन शर्मा, भानु प्रकाश एवं स्थानीय सरपंच भैरूराम जटिया तथा वार्ड पंच एवं ग्रामों से प्रगतिशील महिला एवं पुरुष उपस्थित रहे।