कुंभलगढ़ फेस्टिवल 1 से 3 दिसंबर तक होगा आयोजित, तैयारियों को लेकर जिला कलक्टर ने की बैठक

कुंभलगढ़ फेस्टिवल 1 से 3 दिसंबर तक होगा आयोजित, तैयारियों को लेकर जिला कलक्टर ने की बैठक
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राजसमंद,। आगामी 1 से 3 दिसंबर तक आयोजित होने वाले कुंभलगढ़ महोत्सव की तैयारियों के संबंध में शनिवार को जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक सोमवार दोपहर आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया और महोत्सव के सफल आयोजन हेतु आवश्यक व्यवस्थाओं पर चर्चा की।

बैठक में एडीएम नरेश बुनकर, एसडीएम साक्षी पूरी, उदयपुर से पर्यटन विभाग की संयुक्त निदेशक सुमिता सरोच, उप निदेशक शिखा सक्सेना, नगर परिषद आयुक्त बृजेश राय, एसीएफ श्रीकिशन चौधरी, उप निदेशक (उद्यानिकी) कल्प वर्मा, एएसआई उदयपुर से दीपक मीणा, कुंभलगढ़ तहसीलदार और पंचायत समिति के विकास अधिकारी सहित कई विभागों के अधिकारी, होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महोत्सव के दौरान आगंतुकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि फेस्टिवल का आयोजन भव्य और आकर्षक हो, पर्यटकों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, यातायात और स्वच्छता की सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ हों। कलक्टर ने प्रत्येक विभाग से चर्चा करते हुए उनके दायित्व सौंपे और कहा कि दायित्वों का निर्वहन करते हुए फेस्टिवल का सफल आयोजन सुनिश्चित कराएं।

अधिकतम संख्या में पर्यटकों की हो सहभागिता :कलक्टर

जिला कलक्टर ने जोर देते हुए कहा कि फेस्टिवल तब ही सफल माना जाएगा जब बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटकों की सहभागिता हो। उन्होंने कहा कि मेहमान पर्यटकों को कोई असुविधा न हो यह सभी ध्यान रखें। फेस्टिवल होने की सूचना देश-विदेश में अधिकाधिक पर्यटको तक पहुंचे इसके लिए ओनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म्स को भी साथ जोड़ें, साथ ही सोशल मीडिया पर भी फोकस हो। जब पर्यटक कुंभलगढ़ आएं तो साथ में अविस्मरणीय यादें लेकर आए, इस तरह का भव्य आयोजन हो। साथ ही निर्बाध पानी और बिजली की सप्लाई का विशेष ध्यान रखें।

विभिन्न गतिविधियां होंगी आयोजित :

पर्यटन उप निदेशक शिखा सक्सेना ने बैठक का संचालन करते हुए बताया कि बैठक में कुंभलगढ़ महोत्सव की संपूर्ण रूपरेखा प्रस्तुत की गई है। यह महोत्सव राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने का मंच बनेगा। इस तीन दिवसीय आयोजन में लोकनृत्य, लोकसंगीत, शिल्प प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इस बार पिछले वर्षों की तुलना में कार्यक्रमों में विविधता और नवीनता जोड़ी जाएगी।

सफाई, पार्किंग, यातायात को लेकर भी निर्देश:

बैठक में दुर्ग और आसपास के क्षेत्र में सफाई, कुंभलगढ़ आने वाले मार्गों की मरम्मत, प्रकाश व्यवस्था, पीने के पानी की उपलब्धता, पार्किंग और यातायात नियंत्रण जैसी व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। कलक्टर ने निर्देश दिए कि केलवाड़ा से दुर्ग तक का मार्ग सुगम और आकर्षक बनाया जाए तथा सभी प्रमुख स्थलों की साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए।

इसके अतिरिक्त, सुरक्षा और आपात सेवाओं के तहत फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस, अस्थायी चिकित्सा कैंप, भीड़ नियंत्रण और पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती के निर्देश दिए गए। कलाकारों को दुर्ग के भीतर प्रवेश की अनुमति और अन्य वाहनों के लिए बाहरी पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर भी चर्चा हुई।

भव्य लाइटिंग से जगमगाए दुर्ग:

रात्रि के कार्यक्रमों में प्रकाश की व्यवस्था, प्रचार-प्रसार सामग्री के वितरण, होटलों में ठहरे पर्यटकों को उत्सव की जानकारी देने, फ्लेक्स, बैनर, होर्डिंग्स लगाने, चिकित्सा और पुलिस टीमों के लिए भोजन पैकेट्स की व्यवस्था जैसे बिंदुओं पर भी दिशा-निर्देश दिए गए। फेस्टिवल की तैयारियों को लेकर आगामी बैठक कुंभलगढ़ में 21 नवंबर को होगी।

बैठक में सभी विभागों ने कुंभलगढ़ महोत्सव-2025 को सफल और यादगार बनाने के लिए समर्पण के साथ कार्य करने का संकल्प लिया।

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