सामूहिक संगम के साथ प्रभात फेरियों ने वेदपीठ पर मनाया रामोत्सव
निंबाहेड़ा कल्याण नगरी के राजाधिराज शेषवतार कल्लाजी जी मंदिर परिसर में शनिवार को नगर की प्रमुख प्रभात फेरियां मंगला आरती में पहुंची। पौष शुक्ल द्वादशी को अयोध्या स्थित श्री राम मंदिर की प्रथम वर्षगांठ पर सभी प्रभात फेरियों में भक्तों ने भजन, गीत पर झूम कर आनंद लिया। इस मौके पर भजन गायकों द्वारा अपने ही अंदाज में मेरी चौखट पर चलके आज प्रभु राम आए जैसे गीतों से भगवान राम और श्री कल्लाजी को रिझाते हुए रामोत्सव मनाया। प्रभात फेरी मंडल सेवक पंडित हनुमान प्रसाद शास्त्री ने बताया कि शनिवार को रामलला के मंदिर की प्रथम वर्षगांठ के पावन अवसर पर नगरवासियों के साथ भक्ति का अनूठा संगम बना। प्रभातफेरियो में नगर प्रभात फेरी मंडल, राधे राधे प्रभात फेरी, मां विंध्यवासनी प्रभात फेरी, महिला प्रभात फेरी और सत्यदेव प्रभात फेरी सहित अन्य प्रभात फेरिया श्री कल्लाजी मंदिर पहुंची। जहां भक्तों ने प्रभु राम और ठाकुर जी के गीतों से प्रभु को रिझाया।
दो दिवसीय ज्योतिष परामर्श शिविर में 200 जातकों ने उठाया लाभ
श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय एवं श्री कल्लाजी वेदपीठ एवं शोध संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय ज्योतिष परमर्श शिविर का शनिवार को समापन हुआ। दूसरे दिवस भी जातकों ने ज्योतिष परामर्श शिविर में बढ़-चढ़कर भाग लिया। शिविर के दूसरे दिवस जातकों की आवक बनी रहीं। जिसमें 100 से अधिक आगंतुकों ने ज्योतिष परामर्श शिविर का लाभ उठाया। प्रारंभ में ठाकुर श्री के समक्ष दीप ज्योति प्रज्ज्वलित की। वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिषाचार्य डॉ. ललित शर्मा ने बताया कि दूसरे दिवस भी प्रश्न और लग्न के माध्यम से जन्म कुंडली बनाई गई। वहीं आगंतुकों के सभी प्रश्नों के निराकरण के साथ सभी को संतुष्ट किया गया। शिविर समय के बाद भी जातकों के आने से समय को एक घंटा अतिरिक्त बढ़ाया गया। जिले में हो रहे प्रथम बार ज्योतिष परामर्श शिविर में अन्य राज्यों एवं जिले भर से जातक अपनी समस्याओं का समाधान करने पहुंचे।
आयुर्वेद शिविर में कई लोग हुए लाभांवित
शनिवार को वेदपीठ परिसर में आयुर्वेद चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया। जिसमें वेदपीठ से जुड़े आयुर्वेदाचार्य डॉ. गोविंद सहाय ने मौसमी बीमारियों सहित कई रोगियों को आवश्यक परामर्श देते हुए आयुर्वेद पद्धति से उनका उपचार किया। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के 100 रोगियों को उपचार दिया गया। विभिन्न रोगों यथा आमवात, मधुमेह, रक्तचाप, स्नायुविकदुर्बलता, उदर रोग, अनिद्रा, सन्धिवात, रक्ताल्पता के रोग का उपचार किया। त्रिविध उपासना एवं त्रिवेणी संगम के रूप में ठाकुर श्री की प्रेरणा से कल्याण नगरी में प्रथम बार ज्योतिष परामर्श शिविर के साथ ही रामलला का रामोत्स्व एवं रोगियों को निरोगी करने का अनूठा प्रयास किया गया।