राजस्थान के शिक्षा मंत्री दिलावर ने दीप प्रज्जवलन कर किया जीसा शिविर का शुभारम्भ

राजस्थान के शिक्षा मंत्री दिलावर ने दीप प्रज्जवलन कर किया जीसा शिविर का शुभारम्भ
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चित्तौड़गढ़ द्वारा माह के अंतिम रविवार दिनांक 28.12.2025 को जीसा शिविर का आयोजन किया गया जिसमें राजस्थान सहित अन्य राज्यों के अलग-अलग शहरों के 150 व्यक्तियों ने भाग लिया |

संस्थान के संचार प्रभारी एवं वरिष्ठ TGM सदस्य दिलीप खत्री ने बताया कि शिविर का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ मुख्य अतिथि माननीय शिक्षामंत्री महोदय राजस्थान सरकार मदन दिलावर द्वारा किया गया| इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि माननीय सांसद महोदय श्री सी पी जोशी, चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या तथा संस्थान के निदेशक डॉ सुशीला लड्ढा, भरत माहेश्वरी, संजय तिवारी उपस्थित रहे |

मुख्य अतिथि माननीय शिक्षामंत्री महोदय राजस्थान सरकार मदन जी दिलावर ने अपने उदबोधन में बताया कि जीवन को सुधारने का अद्भुत कार्य संस्थान कर रहा हे, जिसका आधार तंत्र मन्त्र नही होकर पूर्णतया वैज्ञानिक हे, बोद्धिक आधार पर यह संस्थान निरंतर कार्य कर रहा हे, इससे अवश्य जुड़ना चाहिए | विशिष्ट अतिथि माननीय सांसद महोदय सी पी जोशी ने अपने उदबोधन में बताया कि गुरुदेव के मार्ग दर्शन से मुझे, विधायक को और अनेक लोगो को जीवन में सही दिशा प्राप्त हुई हे | माननीय विधायक महोदय चित्तौड़गढ़ चंद्रभान सिंह जी आक्या ने संस्थान की थेरेपी सम्बंधित स्वयं की अनुभूति बताते हुए जीवन में होने वाले सकारात्मक परिवर्तन के लिए गुरुदेव एवं संस्थान को धन्यवाद दिया | संस्थान की निदेशक डॉ सुशीला लड्ढा ने महान कवियत्री महादेवी वर्मा की कविता के माध्यम से अपने जीवन की सभी समस्याओ के समाधान के लिए जीवन से साक्षात्कार का महत्व बताया |

शिविर में जीसा थेरेपी के बारे में विस्तार से समझाते हुए स्थित प्रज्ञानंद (हैप्पीनेस गुरु एस. डी. वैष्णव ) ने बताया कि यह थेरेपी व्यक्ति के Energy Level, Unique Talent एवं Life Layout का बोध करवाकर जीवन प्रबंधन का सही मार्ग दिखाती है। जीसा के सात सूत्रों के माध्यम से चिंता, तनाव एवं भय से मुक्त कर आत्मविश्वास एवं सकारात्मक सोच का विकास करते हुए अंधविश्वास एवं रूढ़िवादिता से मुक्ति दिलाकर जीवन में सफलता प्राप्ति की रणनीति प्रदान करती है। जीवन एक यात्रा है और यह यात्रा एक ही बार मिलती है, इसे अनजाने में न गुज़ारें, इस यात्रा को सजगता, समझ और सही दिशा के साथ तय करें, JeeSa थेरपी कोई चमत्कार नहीं — यह वह दर्पण है जो आपको आपसे मिलवाती है, जो भी व्यक्ति JeeSa के शिविर में पूरे मन से जुड़ेंगे, तो निश्चय ही यह JeeSa यात्रा उसके जीवन की दिशा बदल देगी ,जीवन में समस्याएँ नहीं मिटतीं — समझ विकसित होती है और वही JeeSa की असली पहचान है।|

इस अवसर पर संसथान के सदस्य डॉ अमित पारिक , प्रधानाचार्य राधेश्याम कुमावत ने संसथान के ध्येय तथा अन्य पहलुओ पर प्रकाश डाला | संस्थान के कोषाध्यक्ष सुरेश मेहता, डॉ ज्ञान दक्ष, सुमित पारिक, विकास अमरवाल ने अथितियों का उपरना ओढा कर स्वागत किया ,शिविर के समापन पर संस्थान की निदेशक डॉ सुशीला लड्ढा ने सभी का आभार व्यक्त किया और सभी शिविरार्थियो से JeeSa शिविर में बताये मार्गदर्शन अनुसार जीवन का मैनेजमेंट करके जीवन को सुखी और समृद्ध बनाने का आग्रह किया | शिविर सम्बन्धी डिजिटल कार्यो में संस्थान के युवा सदस्यों , हिमानी कार्निक, भूमिका सारस्वत ने सहयोग किया | कार्यक्रम का मंच संचालन TGM सदस्य शैलेष बन्दवाल एव हर्षा कार्निक ने किया |

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