एसआईआर-2026: बीएलओ कार्य में प्रगति, दोहरी प्रविष्टि पर सजा का प्रावधान

चित्तौड़गढ़। जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम में तेजी दिखाई दे रही है। अब तक करीब 75 प्रतिशत मतदाताओं के गणना पत्र ऑनलाइन अपलोड किए जा चुके हैं, जबकि शेष 25 प्रतिशत गणना पत्रों को अपलोड करने के लिए 10 दिनों का समय बचा हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी पात्र मतदाताओं से अपील की है कि अपना गणना पत्र अंतिम दिनांक 4 दिसम्बर का इंतजार किए बिना बीएलओ को उपलब्ध करवाएं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि एसआईआर-2026 कार्यक्रम की प्रगति को लेकर सभी प्रशासनिक अधिकारी लगातार फील्ड में रहकर निरीक्षण कर रहे हैं। रविवार को जिले की सभी विधानसभा क्षेत्रों के कम प्रगति वाले 25-25 बूथों का निरीक्षण अधिकारियों द्वारा किया गया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने अधिकारियों को गणना पत्र ऑनलाइन अपलोड कार्य में और अधिक तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
शत-प्रतिशत कार्य करने वाले बीएलओ की संख्या में बढ़ोतरी
जिले में बीएलओ कार्य की गति लगातार तेज हो रही है और सोमवार शाम तक शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण करने वाले बीएलओ की संख्या बढ़कर 39 हो गई है, जिसमें निम्बाहेड़ा के 14, चित्तौड़गढ़ के 11, कपासन के 8, बेगूं के 5 और बड़ीसादड़ी के 1 बीएलओ शामिल हैं। वहीं 90 प्रतिशत से अधिक कार्य करने वाले 179 बीएलओ में निम्बाहेड़ा के 68, बेगूं के 35, चित्तौड़गढ़ के 32, बड़ीसादड़ी के 23 और कपासन के 21 बीएलओ सम्मिलित हैं।
दोहरी प्रविष्टि पर एक वर्ष तक की सजा
जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसी भी मतदाता का नाम दो स्थानों पर दर्ज होना कानूनन दंडनीय अपराध है, जिसके लिए एक वर्ष तक की सजा का प्रावधान है। आयोग द्वारा विकसित डिजिटल सिस्टम की वजह से दोहरी प्रविष्टि तुरंत पकड़ में आ जाती है। उन्होंने कहा कि मतदाता जहाँ वोट देना चाहते हैं, वहीं से गणना पत्र भरे। यदि कोई मतदाता अपने पुश्तैनी गाँव में वोट देना चाहता है तो वहीं का गणना पत्र भरे, और यदि शहर में पंजीकृत होकर मतदान करना चाहता है तो शहर में ही गणना पत्र भरना सुनिश्चित करें।
