एसआईआर में जिले की आनलाईन प्रगति 40 प्रतिशत पहुंची

चित्तौड़गढ़। विशेष गहन पुननिरीक्षण कार्यक्रम के तहत जिले में कार्यों की रफ्तार लगातार तेज हो रही है। मंगलवार शाम तक जिले के लगभग 40 प्रतिशत मतदाताओं, यानी करीब 6 लाख मतदाताओं के गणना पत्र ऑनलाइन हो चुके हैं। शेष मतदाताओं के गणना पत्र ऑनलाइन कराने के लिए प्रशासनिक अधिकारी तथा बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) फील्ड में सक्रियता के साथ कार्यरत हैं। जिला प्रशासन द्वारा स्थापित विभिन्न हेल्प डेस्क भी मतदाताओं के लिए प्रभावी सहयोगी सिद्ध हो रहे हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन ने मतदाताओं से गणना पत्र को शीघ्र भरकर बीएलओं को देने की अपील की है ताकि समयबद्ध तरीके से इस कार्य को पूर्ण किया जा सके।
जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन ने मंगलवार को सभी ईआरओ एवं संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक कर अब तक हुए एसआईआर कार्यों की समीक्षा की। बैठक में गणना पत्र ऑनलाइन करने की गति बढ़ाने, मतदाताओं को स्वयं ऑनलाइन गणना पत्र भरने के लिए प्रोत्साहित करने, बीएलओ को तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध कराने, शहरी क्षेत्र में हेल्प कैंप आयोजित करने, प्रभावी व्यक्तियों के टेस्टिमोनियल तैयार करने तथा स्वीप गतिविधियों के विस्तार जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। फील्ड में सामने आ रही तकनीकी समस्याओं पर भी अधिकारियों ने विचार-विमर्श किया।
जिला प्रशासन की साप्ताहिक बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय पाठक ने एसआईआर की प्रगति की समीक्षा की और सभी विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके साथ ही गणना पत्र ऑनलाइन करने संबंधी एक प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किया गया। निंबाहेड़ा में प्रशिक्षु आईएएस रविन्द्र मेघवाल ने पंचायत समिति सभागार में अधिकारियों के साथ संवाद कर ऑनलाइन कार्य की गति बढ़ाने के निर्देश दिए।
कुमावत बने मंगलवार के बेस्ट बीएलओ
मंगलवार को बीएलओ कार्य प्रगति के आधार पर गोपाल लाल कुमावत को जिले का श्रेष्ठ बीएलओ घोषित किया गया। कुमावत बेगूं विधानसभा क्षेत्र के भाग संख्या 100 में कार्यरत हैं और राजकीय प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुरा में अध्यापक के रूप में सेवाएँ दे रहे हैं। जिले में कार्यरत 1501 बीएलओ में से प्रतिदिन की प्रगति के आधार पर श्रेष्ठ बीएलओ का चयन किया जाता है।
हेल्प डेस्क से मिल रही राहत
जिला प्रशासन द्वारा स्थापित हेल्प डेस्क आम नागरिकों के लिए काफी उपयोगी सिद्ध हुई है। जिला कलेक्ट्रेट के डीओआईटी के सूचना केन्द्र में स्थापित हेल्प डेस्क पर मतदाता 2002 की सूची में नाम खोजने, स्वयं ऑनलाइन गणना पत्र भरने तथा तकनीकी त्रुटियों के समाधान में सहायता प्राप्त कर रहे हैं। कलेक्ट्रेट के कक्ष संख्या 18 में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, साथ ही 1950 हेल्पलाइन के माध्यम से भी आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है।
सभी ईआरओ मुख्यालयों पर स्थित राजीव गांधी सेवा केंद्र एवं ई-मित्र केंद्रों पर भी हेल्प डेस्क सक्रिय रूप से सेवाएँ दे रहे हैं।
