चित्तौड़गढ़ में तीन दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण सम्पन्न

चित्तौड़गढ़, वर्तमान समय में विद्यालयों में अध्यनरत प्रत्येक विद्यार्थी 21 वीं सदी के कौशलों को सीखें और उनका निरंतर अभ्यास करें ताकि वे एक कर्मशील एवं उत्पादक नागरिक बन सके। उक्त विचार स्थानीय जिला एवं शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान में नवनियुक्त व्याख्याता नरेन्द्र कुमार शर्मा ने सामाजिक, संवेगात्मक एवं नैतिक अधिगम आधारित तीन दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण के समापन समारोह में व्यक्त किए।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उदयपुर के आदेश की अनुपालना में कक्षा 6 से 12 में अध्यापन कराने वाले जिले के 40 शिक्षकों हेतु उक्त प्रशिक्षण आयोजित किया गया।इस प्रशिक्षण में राज्य संदर्भ व्यक्ति अनिल कुमार चाष्टा एवं पीरामल फाउंडेशन की टीना ने दक्ष प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षण प्रदान किया।इस प्रशिक्षण में उपस्थित संभागियों को चाष्टा ने विभिन्न संवेदनाओं से परिचित करवाकर अप्रिय संवेदनाओं को नियंत्रित करने का अभ्यास कराया।साथ ही टीना ने करूणा की जांच, ध्यान का अभ्यास एवं विद्यालय में वेलनेस कार्नर के निर्माण के बारे में जानकारी प्रदान की। संस्थान के संस्थापन अधिकारी योगगुरू राकेश सुखवाल ने संवेगों पर नियंत्रण हेतु योगाभ्यास, सूर्य नमस्कार एवं मेडिटेशन की जानकारी प्रदान करते हुए इनका अभ्यास कराया।
इनके साथ ही संस्थान में बहुभाषी शिक्षण हेतु शिक्षण सामग्री निर्माण कार्यशाला में स्थानीय भाषा में निर्मित शिक्षण सामग्री का प्रयोग करते हुए ई-कंटेंट का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें सोनल ओझा, हेमलता शर्मा, गणेश वैष्णव, अभिषेक चौधरी, जसवंत यादव, धर्मराज जाट, दिनेश कुमार साधु, राजेन्द्र सिंह चारण, पवन स्वर्णकार, विजयराम चौधरी ने कार्यशाला में ई कंटेंट निर्माण किया।
