पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत 30 जून एवं 01 जुलाई को आयोजित होंगे बहुविभागीय सेवा शिविर

चित्तौड़गढ़। राज्य सरकार के निर्देशानुसार पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा 2025 का आयोजन 24 जून से 09 जुलाई तक जिलेभर में किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं एवं सेवाओं को आमजन तक पहुँचाने के लिए बहुविभागीय सेवा शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
इन शिविरों में राजस्व, चिकित्सा, शिक्षा, पंचायत राज, सामाजिक न्याय, महिला एवं बाल विकास, श्रम, कृषि, विद्युत, जलदाय, खाद्य एवं आपूर्ति जैसे विभागों के प्रतिनिधि भाग लेकर पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ प्रदान करेंगे तथा समस्याओं का मौके पर ही निराकरण करेंगे। 30 जून एवं 01 जुलाई को जिले के विभिन्न उपखंडों की ग्राम पंचायतों में शिविर आयोजित होंगे।
30 जून को चित्तौड़गढ़ उपखंड की विजयपुर, केलझर एवं अमरपुरा ग्राम पंचायत में, गंगरार उपखंड की जोजरों का खेड़ा एवं उण्डवा में, कपासन उपखंड की बालारड़ा एवं दोवनी में, भूपालसागर उपखंड की पटोलिया एवं निलोद में, राशमी उपखंड की बारू एवं रूद में, बेगूं उपखंड की माधोपुर, नंदवाई एवं अनोपपुरा में, रावतभाटा उपखंड की जवाहरनगर एवं देवपुरा में, निम्बाहेड़ा उपखंड: की लसडावन, ढोरिया एवं मिण्डाना में, भदेसर उपखंड की बागुण्ड एवं आक्या में, बड़ीसादड़ी उपखंड की बानसी एव महुड़ा में तथा डूंगला उपखंड की बिलोट एव डूंगला ग्राम पंचायतों शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
इसी प्रकार एक जुलाई को चित्तौड़गढ़ उपखंड की पाण्डोली, रोलाहेड़ा, बड़ोदिया एवं नारेला में, गंगरार उपखंड: की सुवानिया एवं चोगावड़ी में, कपासन उपखंड की उमण्ड एवं उचनारखुर्द में, भूपालसागर उपखंड की ताणा एवं कानड़खेड़ा में, राशमी उपखंड की बावलास एवं भालोटा की खेड़ी में, बेगूं उपखंड की मेघपुरा, मण्डावरी एवं डोराई में, रावतभाटा उपखंड की बलकुण्डीकलां एवं जावदा में, निम्बाहेड़ा उपखंड की टाई, अरनियाजोशी एव अरनोदा में, भदेसर उपखंड की पोटला कलां एवं मण्डफिया में, बड़ीसादड़ी उपखंड की बड़वल एवं बोहेड़ा में तथा डूंगला उपखंड की फलोदड़ा एवं किशनकरेरी में ग्राम पंचायतों शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
जिला कलक्टर आलोक रंजन ने संबंधित उपखंड अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शिविरों के आयोजन में सभी विभागों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए तथा पात्र ग्रामीणों को अधिकतम योजनाओं का लाभ मौके पर ही उपलब्ध कराया जाए।