चित्तौड़गढ़ में महिलाओं ने जन समस्याओं पर लगाया जाम, पूर्व राज्यमंत्री जाडावत पहुंचे मौके पर

चित्तौड़गढ़। शहर के महेशपुरम से सेंगवा हाउसिंग बोर्ड, मधुवन को जोड़ने वाली मुख्य सड़क धरणीधर चौराहे से निंबाहेड़ा रोड तक क्षेत्र की खस्ताहाल सड़कों को एवं सिवरेज के गंदे पानी जमा होने को लेकर गुरुवार को क्षेत्रवासियों को गुस्सा फूट पड़ा। महिलाओं ने धरणीधर चौराहे की मुख्य सड़क प्रदर्शन कर समस्या दुरुस्त नहीं होने पर धरने पर बैठने की चेतावनी दी करीब एक घंटे तक महिलाओं ने प्रदर्शन किया प्रशासन एवं सरकार के खिलाफ नारेबाजी की महिलाओं में क्षेत्र की महिलाओं में प्रियंका गुर्जर, निर्मला धाकड़, इंद्रा हेडा, कंचन संचेती, सुशीला सुथार, ऋतु बोलिया, नीतू उपाध्याय, गुनगुन संचेती मौजूद रही।
महिलाओं ने कहा कि शहर के इस रोड पर कई स्कूल, निजी हॉस्पिटल एवं सरकारी हॉस्पिटल जाने के लिए क्षेत्र वासियों के लिए मुख्य सड़क है जो निंबाहेड़ा रोड एवं उदयपुर मुख्य सड़क को जोड़ने वाले वाशिंदों का भी इस सड़क से आना जाना रहता है ऐसे में रोजाना सैकड़ों वाहन चालकों का इस मार्ग से आना-जाना लगा रहता हैं। पहले भी क्षेत्रवासियों ने सड़क निर्माण को लेकर मांग की थी विधायक महोदय के पास भी जाकर आए समस्या जस की तस बनी हुई है 2 साल तक आश्वासन के बाद अभी तक सड़क का निर्माण नहीं होने से गुस्साएं क्षेत्रवासियों के साथ महिलाओं ने गुरुवार को मुख्य सड़क पर बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया, इस प्रदर्शन में करने में बड़ी संख्या में महिलाएं आगे थी, महिलाओं ने कहा कि बार बार अवगत कराए जाने पर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है हम हमेशा संतोष और संयम रख रहे थे अब हमारा संयम टूट चुका है हमारी समस्याओं का निदान नहीं हुआ तो बच्चों के साथ सड़क पर धरने पर बैठेंगे उन्होंने कहा मुख्य सड़क खस्ताहाल हैं, जगह-जगह खड्डे हो रखे हैं सिवरेज का पानी बह रहा है बच्चों और बुजुर्गों को सांस की प्रॉब्लम होने लगी है क्षेत्र की गलियों में जगह-जगह कीचड़ हो रखा हैं, गिर कर कई जने चोटिल भी हो चुके हैं वह चोट उन्हें जीवन भर दुःख देती है लेकिन हमारी कोई नहीं सुनता। सिर्फ आश्वासन देते हैं। जब तक सड़क का निर्माण नहीं होता आने वाले दिनों में बच्चों के साथ धरणीधर चौराहे पर धरने पर बैठेंगे क्षेत्र वासियों के बुलाने पर पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्रसिंह जाड़ावत मौके पर पहुंचे उन्होंने महिलाओं से उनकी समस्याओं को सुना एवं मौके पर ही जिला कलेक्टर महोदय को अवगत कराया जिस पर उन्होंने मामला संज्ञान में होने की बात कही पूर्व राज्यमंत्री ने प्रशासक महोदय रामचन्द्र खटीक को भी मामले को लेकर गंभीरता से उसका निदान कराने का आग्रह कर कहा कि सिवरेज निर्माण के समय ही सड़क दुरस्त का बजट अलॉटमेंट होता है।
पूर्व राज्यमंत्री ने बताया कि प्रशासन की मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान देना जरूरी है इनके पास डीएमएफटी, यूआईटी, नगर परिषद जैसे तीन तीन फंड है जनप्रतिनिधियों की इच्छा सकती होनी चाहिए काम करने की आमजन की समस्याओं का निराकरण करना नैतिक दायित्व बनता है उन्होंने कहा कि सड़क, नाली, पानी, लाइट के लिए को लेकर महिलाएं सड़क पर उतरे तो इससे ज्यादा गंभीरता कुछ नहीं है यह सरकार एवं प्रशासन के लिए बेहद चिंतनीय है विधायक एवं सांसद महोदय मधुवन क्षेत्र के होने के बाद भी सड़कों की ऐसी हालत एक सवालिया निशान लगाता है चंदेरिया, प्रतापनगर, शहर के ने क्षेत्र में भी टूटी सड़क एवं सिवरेज परेशानी का सबब बनी हुई है, अगर क्षेत्र वासियों की समस्याओं को दूर नहीं किया जाता है हमारे स्थानीय पार्षदों एवं जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्र की महिलाओं एवं बच्चों के साथ धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी मौके पर पार्षद प्रतिनिधि मनोहर मेनारिया, शैलेंद्र सिंह शक्तावत, नरोत्तम हेडा, राजेंद्र जी संचेती, विनय उपाध्याय, खुमान सिंह सोलंकी, सुनील बोलिया, गोपाल सिंह चुंडावत, अंकुर भटनागर सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद थे।
