चित्तौड़गढ़ में मूसलाधार बारिश से बांध छलके, नदियां उफान पर, मंदिर, थाने और अस्पताल में घुसा पानी,नाले में फंसी बस

चित्तौड़गढ़ में मूसलाधार बारिश से बांध छलके, नदियां उफान पर, मंदिर, थाने  और अस्पताल में घुसा पानी,नाले में फंसी बस
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चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय और ग्रामीण क्षेत्रों में मंगलवार रात से शुरू हुई बारिश बुधवार दोपहर तक जारी रही। इससे कई छोटे-मोटे बांध छलक गए। वहीं बड़े बांधों में भी पानी की आवक तेज हो गई है। जिले के कई तालाबों में भारी आवक हुई है और नदी नाले उफान पर है। भारी बारिश के बीच राणा प्रताप सागर के गेट भी खोले गए हैं। बुधवार सुबह समाप्त हुए 24 घंटों में भैंसरोड़गढ़ में सर्वाधिक 128 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।

वहीं, चित्तौड़गढ़ में 54, गंगरार और बेगूं में 50, निम्बाहेड़ा में 51, कपासन में 18, बस्सी में 34, भूपालसागर में 15 और राशमी में 16 मिमी वर्षा हुई है। सुबह 8 बजे तक हुई इस बारिश के बाद भी जम कर मेघ बरसे। अनुमान के मुताबिक दोपहर 2 बजे तक चित्तौड़गढ़ में 50 मिमी से अधिक वर्षा हो चुकी थी। इसी तरह आसपास के बस्सी, गंगरार, निम्बाहेड़ा आदि क्षेत्रों में व्यापक बारिश है। बेगूं, भैंसरोड़गढ़ और बस्सी में बारिश के चलते कई गांवों का संपर्क टूट गया। बेगूं क्षेत्र में ब्राह्मणी नदी के उफान के चलते कई खेत जलमग्न हो गए है। बोराव से गोपालपुरा के करीब एक दर्जन गांवों का सम्पर्क टूट गया है।

सायरन बजा खोले बांध के गेट

चित्तौड़गढ़ जिले में हो रही भारी बारिश के चलते राणा प्रताप सागर का गेट भी खोल दिया है। पुलिस और सिविल डिफेंस की मौजूदगी में बांध के नीचे के क्षेत्र को खाली करवाया। दोपहर 12.50 मिनट पर चंबल माता की पूजा कर 11 नम्बर गेट खोल दिया गया। सहायक अभियन्ता के अनुसार एक गेट से 35 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। 1157.50 मीटर भराव क्षमता के मुकाबले जल स्तर 1156.76 मीटर बना हुआ है और लगातार 1 लाख 25 हजार क्यूसेक पानी की आवक हो रही है।

बांध एवं तालाब भी छलके



इधर, क्षेत्र में हो रही बरसात के कारण गुणेर, मोडिया महादेव, देवलिया बांध छलक गए हैं। साथ ही बस्सी कस्बे का तालाब भी छलक गया। बेगूं और चित्तौड़गढ़ क्षेत्र के कई छोटे बांध और तालाब भी लबालब हो गए हैं। मोडिया महादेव, गुणेर और सादी बांध छलक उठे और इन पर चादर चल रही है। इसी तरह बेगूं क्षेत्र के बुजड़ा, उमरचा, श्रीपुरा, नाहरगढ़, कदमाली, देवलिया आदि बांध पूरे भर गये है और इन पर भी चादर चल रही है। चित्तौड़गढ़ में मूसलाधार बारिश से बांध छलके, नदियां उफान पर, मंदिर, थाने और अस्पताल में घुसा पानी,नाले में बस फंस गई

नीलिया महादेव मंदिर और बस्सी अस्पताल में घुसा पानी

बस्सी क्षेत्र में भी पानी की जबरदस्त आवक हुई है। बस्सी क्षेत्र का प्रमुख झरना नीलिया महादेव अपने पूर्ण यौवन पर है। झरने का बहाव इतना तेज है कि पानी मंदिर में घुस गया। इसी तरह बस्सी गांव के पास स्थित छोटा तालाब भरने से बस्सी उपजिला चिकित्सालय में भी पानी भर गया है। इसी के साथ क्षेत्र का शिव सागर तालाब भी छलक उठा। जिले के रावतभाटा क्षेत्र में मंगलवार को हुई तेज बारिश के बाद हलकु और गुंजाली नदी भी पूरे उफान पर है। वहीं, मंडेसरा पंचायत का झरना भी पूरे रफ्तार से बह रहा है।

बोदियाना नाले में फंसी बस

शहर में चित्तौड़गढ़ से कपासन जाने वाले मार्ग पर बोदियाना का नाला उफान पर आ गया। इसके चलते अंडरब्रिज में पानी भर गया। इसी दौरान अंडरब्रिज में निकलने वाली एक बस नाले में फंस गई। बस को निकालने का प्रयास किया गया। गौरतलब है कि पूर्व में इसी नाले में बस फंसने से कई लोगों की जिंदगियां दाव पर लगी थीं। इधर, चित्तौड़गढ़ में कई क्षेत्रों में भी जल भराव देखने को मिला है। शहर के रेलवे स्टेशन रोड पर घुटनों तक पानी भर जाने से आवागमन बाधित रहा। के अंडरब्रिज में भी कई वाहन फंस गए।

विजयपुर में भी कई गांवों का संपर्क कटा

चित्तौड़गढ़ जिले के विजयपुर क्षेत्र में भी बारिश से कई गांवों का संपर्क कट गया। विजयपुर रास्ते पर पालेर, गोपालपुरा, झुंपड़ियां, गोरसिया आदि गांवों का मार्ग रात से ही बंद है जो बुधवार शाम तक नहीं खुला।

बेगूं थाने में घुसा पानी, वाहन डूबे

इधर, बेगूं क्षेत्र में भी काफी तेज बारिश देखने को मिली है। इसके चलते क्षेत्र जल मग्न हो गया। बेगूं पुलिस थाने में भी करीब दो फीट तक पानी भर गया। इससे बेगूं थाने में विभिन्न मामलों में जप्त किए वाहन डूब गए।

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