बाड़मेर में महिला मंडल संस्थान पर ईडी की रेड, दस्तावेजों की गहन जांच जारी

बाड़मेर शहर के इंदिरा कॉलोनी स्थित महिला मंडल आगोर संस्थान पर सोमवार सुबह ईडी की टीम ने रेड की। सुबह होते ही दो से तीन कारों में पहुंची टीम ऑफिस में दाखिल हुई और दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी। शुरुआती जानकारी के अनुसार संस्थान को करोड़ों रुपए की बाहरी फंडिंग मिलने की आशंका पर यह कार्रवाई की जा रही है।
चार घंटे से ज्यादा समय बीत चुका है और सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। कार्यालय के अंदर ईडी अधिकारी एक-एक फाइल और रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं। टीम के साथ पुलिस जाब्ता भी तैनात है और ऑफिस में आने-जाने पर रोक लगा दी गई है।
34 साल से सक्रिय यह संस्थान पश्चिमी राजस्थान के चार जिलों में काम करता है। 25 जनवरी 1991 को बाड़मेर से इसकी शुरुआत हुई थी। महिलाओं के छोटे से समूह द्वारा शुरू हुई यह संस्था आज हजारों महिलाओं से जुड़ी है। इसका मुख्य फोकस महिला सशक्तिकरण, स्किल डेवलपमेंट, स्वयं सहायता समूह, साक्षरता, स्वास्थ्य, पोषण, पानी, स्वच्छता, सूखे से राहत, दिव्यांगता रिहैबिलिटेशन, खेती-पशुपालन और सड़क सुरक्षा जैसे क्षेत्रों पर रहा है।
संस्थान को अपने काम के लिए कई सम्मान भी मिल चुके हैं। 1997 में नेशनल कमिशन फॉर वुमन की ओर से वुमन एक्सीलेंस अवॉर्ड, 2015 में ज्वेल ऑफ इंडिया सम्मान और कई बार जिला प्रशासन द्वारा गणतंत्र व स्वतंत्रता दिवस पर भी सम्मानित किया जा चुका है।
ईडी को हाल ही में बाड़मेर में बाहरी फंडिंग से जुड़े इनपुट मिले थे, जिसके बाद यह कार्रवाई शुरू की गई। 12 दिन पहले संस्था ने शिव नगर में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया था।
फिलहाल ईडी की जांच जारी है, और आगे आने वाले समय में ही स्पष्ट हो पाएगा कि फंडिंग से संबंधित क्या अनियमितताएं सामने आई हैं।
