बीकानेर: जेल में महिला कैदी सिंधु ने की आत्महत्या, परिजनों ने उठाए जेल सुरक्षा पर सवाल

बीकानेर की सेंट्रल जेल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला कैदी, तारा कंवर सिंधु ने अपने बैरक में चुन्नी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका नोखा की रहने वाली थी और जबरन वसूली के मामले में जून 2025 से सजा काट रही थी। इस घटना ने जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों ने पीबीएम हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी पहुंचकर निष्पक्ष जांच की मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
आत्महत्या की घटना: शुक्रवार, 29 अगस्त 2025 की शाम को तारा कंवर सिंधु ने अपने बैरक में चुन्नी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जब अन्य कैदियों को इसकी जानकारी हुई, तो जेल में हड़कंप मच गया। जेल प्रहरियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया, जहां तारा अचेत अवस्था में पड़ी थी।पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई: घटना की सूचना मिलते ही बीछवाल थाना अधिकारी गोविंद सिंह चारण जेल पहुंचे। तारा के शव को बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। थाना अधिकारी ने बताया कि आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है, और मामले की न्यायिक जांच शुरू कर दी गई है। पोस्टमॉर्टम 30 अगस्त 2025 को होगा।
परिजनों का गुस्सा: तारा के परिजनों ने मॉर्च्युरी पहुंचकर जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने जेल में सुरक्षा व्यवस्था और कैदियों की मानसिक स्थिति पर ध्यान न देने की बात कही। परिजनों ने इस मामले में निष्पक्ष जांच और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
तारा कंवर सिंधु का बैकग्राउंड
जबरन वसूली का मामला: तारा कंवर सिंधु को जून 2025 में जबरन वसूली और परेशान करने के आरोप में सजा सुनाई गई थी। वह पिछले तीन महीनों से बीकानेर की सेंट्रल जेल में सजा काट रही थी।
जेल में स्थिति: सूत्रों के अनुसार, तारा की मानसिक स्थिति पिछले कुछ समय से ठीक नहीं थी, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जेल प्रशासन ने अभी तक इस संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया है।
जेल सुरक्षा पर सवाल
पहले भी विवाद: बीकानेर सेंट्रल जेल पहले भी कई बार विवादों में रही है। 2022 में सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद जेल में सुरक्षा बढ़ाई गई थी, क्योंकि यहां कई कुख्यात अपराधी सजा काट रहे हैं।हालिया घटनाएं: 27 अगस्त 2025 को जेल के अंदर का एक वीडियो वायरल होने से प्रशासन में हड़कंप मच गया था। वीडियो में जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे थे।मानसिक स्वास्थ्य का मुद्दा: जेल में कैदियों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की कमी को लेकर विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। एक रिपोर्ट में कहा गया कि जेल में मानसिक विकलांगता से जूझ रहे कैदियों की देखभाल सुरक्षा के अधीन होती है, जिससे उनकी मानसिक स्थिति पर उचित ध्यान नहीं दिया जाता।
जांच शुरू: बीछवाल थाना अधिकारी गोविंद सिंह चारण ने बताया कि आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
जेल प्रशासन की चुप्पी: जेल अधीक्षक ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि जेल प्रशासन ने आंतरिक जांच शुरू कर दी है।
